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शर्मसार: पुलिस की नाक के नीचे 18 साल के युवक ने की नाबालिग बहन से शादी, तमाशा देखती रहे गई पुलिस

बिहार राज्य में एक भाई ने अपनी बहन से ही शादी कर ली और इस शादी को पुलिस स्टेशन के पास ही किया गया। लड़की नाबालिग थी और पुलिस ने ये विवाह होने दिया। बिहार राज्य की ये खबर बेहद ही शर्मसार करने वाली है। बताया जा रहा है कि रोहतास जिले के करगहर प्रखंड के एक गांव में एक युवक को अपनी ही बहन से प्यार हो गया और जब इस बात की जानकारी इनके घरवालों को लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया। घर वालों के विरोध को देख युवक और उसकी बहन घर से भाग निकले और शहर आकर रहने लगे।

शहर में की शादी

शहर आकर इन दोनों ने विवाह कर लिया और एक साथ रहने लगे। लड़की 13 साल की है और युवक की उम्र 18 साल की है। वहीं लॉकडाउन लग जाने के बाद इनके पास पैसे नहीं बचे और इन्होंने वापस से अपने गांव जाने का फैसला लिया। गांव में इन दोनों को इनके परिवार वालों ने स्वीकार नहीं किया और खूब हंगामा किया। जिसके बाद ये युवक अपनी पत्नी के साथ थाने पहुंच गया है और वहां जाकर पुलिस से मदद मांगी।

नहीं किया केस दर्ज

युवक की पूरी बात सुनने के बाद पुलिस ने दोनों के परिवार वालों को थाने में बुलाया और कानूनी बातें समझाईं। पुलिस ने इनके परिवार वालों से शिकायत दर्ज करने को कहा लेकिन दोनों के परिवार वालों ने शिकायत दर्ज नहीं करने का फैसला किया।

लड़की हुई गर्भवती

थानाध्यक्ष हरेकृष्ण राय के अनुसार डेढ महीने पहले ही युवक अपनी बहन को लेकर दिल्ली भाग गया था। दिल्ली में इन दोनों ने विवाह कर लिया और एक साथ रहने लगे। इसी दौरान देश में लॉकडाउन लग गया। पैसे खत्म होने के बाद ये वापस से अपने गांव आ गए। दोनों के परिजन इनसे नाराज थे और इन्हें घर में रखने से इनकार कर दिया। वहीं गांव में ये दोनों अलग रहने लगे और लड़की गर्भवती हो गई। गांव में इन दोनों का कई लोग विरोध करने लगे। जिसके बाद इन दोनों ने पुलिस से मदद मांगी।

परिवार वालों ने करवाई शादी

पुलिस थाने में दोनों के परिवार वालों ने इन्हें माफ कर दिया और इन दोनों की शादी करवाने का फैसला किया। जिसके बाद इन दोनों का विवाह थाने के पास मौजूद ही मंदिर में किया गया। हैरानी की बात ये है कि पुलिस ने इस विवाह का विरोध नहीं किया। लड़की की आयु महज 13 साल है और लड़का 18 साल का। यानी कानून के अनुसार ये दोनों विवाह के योग्य नहीं थे। लेकिन पुलिस ने इस विवाह को नहीं रोका और ये विवाह होने दिया।

पुलिस की मौजूदगी में हुए इस विवाह पर थानाध्यक्ष हरेकृष्ण राय से सवाल किए गए तो उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा कि शादी थाना परिसर में नहीं करायी गई। इनके खिलाफ हमने पहले एफआइआर दर्ज कराने को कहा था।। परिसर स्थित मंदिर में क्या हुआ, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। लोगों ने गरीब परिवार का हवाला देकर उन्हें गांव ले जाने की बात कही थी। जिसके बाद पुलिस ने इन्हें जाने दिया था।

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