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कोरोना: ICMR ने जारी की नई गाइडलाइंस, Hotspot इलाकों में अब इन लोगों की भी होगी टेस्टिंग

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया पस्त है। भारत में भी इस समय देशव्यापी लॉकडाउन है। कोरोना लगभग देश के हर हिस्से में पहुंच चुका है और अब देश में कोरोना के हॉटस्पॉट इलाकों की संख्या भी दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। हॉटस्पॉट उन इलाकों को कहा गया है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज पाए गए हैं। इन हॉटस्पॉट के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने एक नई गाइडलाइन जारी की है। ICMR द्वारा जारी नई गाइडलाइन में इस बात का ब्योरा दिया गया है कि कोरोना हॉटस्पाट इलाकों में किन लोगों के टेस्ट होंगे और किस तरह से टेस्ट कराए जाएंगे?

हॉटस्पाट में किसका होगा टेस्ट?

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक हॉटस्पॉट इलाकों में उन सभी लोगों के टेस्ट किए जाएंगे, जिन्हें खांसी, सर्दी, जुकाम, बुखार हो। ये सभी कोविड19 के लक्षण हैं। ऐसे लक्षण अगर किसी में भी दिखते हैं, तो उनका कोविड19 टेस्ट कराया जाएगा। लक्षण दिखने पर हर आयु वर्ग के लोगों को टेस्ट कराना होगा।

कैसे होगा टेस्ट?

जिनमें लक्षण दिखेंगे, ऐसे लोगों का पहले RT PCR टेस्ट किया जाएगा। इसके 7 दिन बाद रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट होगा। अगर मरीज का कोविड19 टेस्ट पॉजिटीव आता है, तो उसे 7 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। क्वारंटीन के दौरान अगर फिर से कोविड19 के लक्षण दिखें, तो अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

अन्य किन लोगों के लिए टेस्ट मुमकिन

हॉटस्पाट इलाकों में टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी। इसकी गाइडलाइन जारी करते हुए ICMR ने किन लोगों के लिए टेस्ट मुमकिन हो सकेगा, इसकी जानकारी दी है। ICMR ने बताया कि जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण हों, उन्हें तो टेस्ट कराना ही होगा। साथ ही कुछ अन्य लोगों को भी टेस्ट कराना पड़ेगा।  जिन लोगों के लिए टेस्ट मुमकिन होगा, उनकी लिस्ट आई सी एम आर ने अपने गाइड लाइन में दिया है।

  • जिनमें कोरोना लक्षण हो और वह पिछले 14 दिनों के अंदर विदेश से आया हो।
  • जिनका कोविड19 टेस्ट पॉजिटीव आया हो और उसके संपर्क में आने वाले किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई दें, ऐसे व्यक्ति का टेस्ट किया जाएगा।
  • हॉटस्पाट इलाकों में उन सभी स्वास्थयकर्मियों का टेस्ट किया जाएगा, जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दें।
  • SARI (Severe Acute Respiratory Illness) के सभी मरीजों का टेस्ट किया जाएगा

इन सभी प्रयासों का एक ही मकसद टेस्टिंग बढ़ाकर कोरोना मरीजों को पकड़ना है। ऐसी तमाम कवायदों का एक ही लक्ष्य है कि देश में कहीं भी संभावित रूप से भी कोई संक्रमित मरीज छूट न जाए। दुनिया भर के जानकार यही कह रहे हैं कि इस बीमारी को तभी पकड़ा जा सकता है, जब व्यापक स्तर पर टेस्टिंग हो। अब चूंकि कोरोना संकट दिन ब दिन गहराता जा रहा है, इसलिए सरकार टेस्टिंग के प्रति ज्यादा जागरूक हो रही है और टेस्टिंग पर ज्यादा जोर दे रही है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आई सी एम आर टेस्टिंग को लेकर पहले भी एक गाइड लाइन जारी कर चुका है। अब नए सिरे से इनमें बदलाव करके दोबारा जारी किया गया है। इसी आधार पर अब देश भर में व्यापक स्तर पर कोविड19 की जांच की जाएगी।

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