अध्यात्म

अक्षय तृतीया के दिन जरूर करें लक्ष्मी मां की पूजा, पढ़ें अक्षय तृतीया मनाने से जुड़ी ये 4 कथाएं

अक्षय तृतीया का दिन बेहद ही शुभ दिन होता है और इस दिन पूजा करने से पूजा का फल दोगुना मिलता है। अक्षय तृतीया वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आती है। जिसके कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस साल 26 अप्रैल 2020 को अक्षय तृतीया आ रही है।

अक्षय तृतीया का महत्व

1.अक्षय तृतीया को मनाने से कई सारी कथाएं जुड़ी हैं। एक कथा के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान विष्णु के छठें अवतार परशुराम भगवान का जन्म हुआ था। जिसकी वजह से इसे विशेष दिन माना जाता है और इस दिन भगवान परशुराम और विष्णु जी की पूजा की जाती है। साथ में ही व्रत भी रखा जाता है।

2 .दूसरी कथा के अनुसार इसी दिन ही राजा भागीरथ की हजारों वर्षों की कठोर तपस्या सफल हुई थी और मां गंगा स्वर्ग से धरती पर आईं थी। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति हो जाती है।

3. तीसरी कथा के अनुसार अक्षय तृतीया वही दिन है जब मां अन्नपूर्णा का जन्म हुआ था। इस दिन कई लोग मां अन्नपूर्णा की भी पूजा करते हैं और मां से कामना करते हैं कि उनके घर में कभी भी अनाज की कमी ना हो।

4 .चौथी कथा के अनुसार यहीं वो दिन है जब महर्षि वेदव्यास ने महाभारत लिखना आरंभ किया था। साथ में ही इसी दिन ही नर-नारायण ने भी अवतार लिया था।

अक्षय तृतीया के दिन किए जाने वाले कार्य

  • इस दिन काफी लोगों द्वारा विवाह किया जाता है। दरअसल अक्षय तृतीया का दिन बेहद ही शुभ होता है और यहीं वजह है कि जिन लोगों के विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं निकल पाता है वो लोग अक्षय तृतीया के दिन ही विवाह करते हैं।
  • बंगाल राज्य में इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और व्यपारी लोग इसी दिन ही लेखा-जोखा की नई किताब का आरंभ भी करते हैं।
  • अक्षय तृतीया के दिन वृंदावन के श्री बांकेबिहारी जी के मंदिर में श्री विग्रह के चरण दर्शन लोगों को करवाए जाते हैं। आपको बता दें कि साल में ये केवल एक बार ही होता है। जिसके कारण इस दिन मंदिर में काफी भीड़ होती है।

खरीदा जाता है सोना

अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने का काफी महत्व है और इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से लक्ष्मी मां की कृपा बन जाती है और कभी भी धन की कमी नहीं होती है। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन आप सोना जरूर खरीदें।

इस तरह से मनाया अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया के दिन आप सुबह स्नान करके विष्णु जी, लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करें। पूजा के बाद शभु मुहूर्त के दौरान सोने के आभूषण खरीदें। आप चाहें तो सोने की जगह बर्तन भी खरीद सकते हैं। जो वस्तु आप खरीदते हैं उसकी पूजा करें और उसे मंदिर में रख दें। अगर आप कोई बर्तन खरीदते हैं तो उस बर्तन की पूजा करने के बाद उसमें कुछ मीठा बनाएं और मीठे का भोग भगवान को लगाएं। कई लोग इस दिन व्रत भी रखा करते हैं।

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