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20 अप्रैल के बाद UP के इन 30 जिलों को Lockdown से मिल सकती है राहत, देखें लिस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को लॉकडाउन 2.0 की घोषणा की है। पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में बताया कि लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए हमें लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।

पीएम मोदी ने कहा, 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर जिले, हर थाने को बहुत ही करीबी से परखा जाएगा। वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, कितना खुद को बचाया गया है, इन सभी का मूल्यांकन किया जाएगा। पीएम मोदी ने बताया कि जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल हो जाएंगे, जो अपने यहां हॉटस्पाट बनने नहीं देंगे। और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की संभावना बहुत कम होगी। उन इलाकों में 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों में छूट मिलेगी। लेकिन ये छूट सशर्त मिलेगी। अगर नियमों का उल्लंघन किया गया या एक भी नया कोरोना पॉजिटीव केस मिला तो तुरंत ही सारी छूट वापस ले ली जाएगी।

इसी बीच ऐसी खबर आ रही है कि यूपी के 30 जिलों में, 20 अप्रैल के बाद लॉकडाउन से राहत मिल सकती है। क्योंकि इन जिलों से कोरोना पॉजिटीव केस सामने नहीं आए हैं। यूपी के कुल 75 जिलों में से 45 जिले संक्रमित हो चुके हैं। जबकि अभी 30 जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना पॉजिटीव केस नहीं मिला है। तो आइये जानते हैं, कौन कौन से हैं, वो बिना संक्रमण वाले जिले।

बिना संक्रमण वाले जिले

अमेठी, अयोध्या, चित्रकूट, हमरीपुर, महोबा, बलिया, उन्नाव, सुलतानपुर, उरई, कन्नौज, चंदौली, सोनभद्र, अंबेडकरनगर, कानपुर देहात, फतेहगढ़, ललितपुर, झांसी, जालौन, कुशीनगर, गोरखपुर, एटा, बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, देवरिया,सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, मऊ, फतेहपुर।

पुलिस अधिकारी क्या कहते हैं

पुलिस अधिकारी मानते हैं कि इन 30 जिलों में 20 अप्रैल के बाद छूट दिया जा सकता है। चूंकि ये छूट सशर्त होगा। इसलिए जरूरी सुरक्षा इंतजाम पर भी विचार हो रहा है। अभी तक इन जिलों से एक भी कोरोना का मरीज नहीं है, और अगर ऐसे ही आगे भी सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का पालन करते रहे तो 20 अप्रैल के बाद इन इलाकों में कुछ जरूरी गतिविधियों पर छूट दिया जाना संभव है। लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन होगा। और जिले की सीमाएं सील रहेंगी। ताकि जरूरी सामानों की आवाजाही के अलावा अन्य गतिविधियां न हों।

मेरठ और आगरा में सबसे ज्यादा मरीज

उत्तर प्रदेश में मेरठ और आगरा मंडल में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में इन जिलों में 20 अप्रैल के बाद भी छूट नहीं मिलेगी। मेरठ में लगातार कोरोना संक्रमितों के पाए जाने से यहां कुल 18 इलाके सील किए जा चुके हैं। बता दें इन इलाकों में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों में भी कोरोना का खौफ है। कुछ ऐसे ही हाल आगरा का भी है। आगरा में भी दिनों दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में मेरठ और आगरा में किसी भी प्रकार की छूट दिए जाने की कोई संभावना नहीं है।

उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे हैं मरीज

उत्तर प्रदेश में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। और यह संख्या अब 650 के पार हो चुकी है। इनमें से कुल 49 मरीज अभी तक पूरी तरह से ठीक होकर घर जा चुके हैं। इसके अलावा 9 लोगों की जान जा चुकी है।

उत्तरप्रदेश स्वास्थय विभाग के प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश भर में 16000 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। और मंगलवार को सबसे अधिक 2634 नमूनों की जांच की गई है। उन्होंने बतााया कि कोविड के मरीजों की भर्ती के लिए लेवल 1 के 78 लेवल 2 के 45 एवं 6 चिकित्सा शिक्षा विभाग के अस्पताल हैं। स्वास्थय विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि संक्रमण  फैलने पर काफी रोक लगा है । संक्रमित मरीजों से संबंधित क्लस्टर जोन बने हैं।  सर्विलांस के जरिए चिह्नित 9274 लोगों में जिन में किसी भी प्रकार का लक्षण पाया गया है,उन्हें कस्टडी क्वारंटीन किया गया है। 71917 लोगों को निगरानी में रखा गया है। 28 दिन के बाद उन सभी को बाहर भेजा जाएगा। उन्हें बाद घरों में क्वारंटीन रहना होगा।

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