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रातभर जगे रहे CM योगी आदित्यनाथ, उपलब्ध करवाई 1000 बसें ताकि गरीब लोग अपने घर लौट सकें

दिल्ली सरकार के अधिकारी झूठी एनाउंसममेंट कर ये अफवाह फैलाते थे कि उत्तर प्रदेश की बॉर्डर पर बसें खड़ी हैं जो आपको यूपी और बिहार ले जाएगी

देश में हुए 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से कई लोग अपने अपने मुख्य घर (होमटाउन) नहीं जा पा रहे हैं. गौरतलब हैं कि सरकार ने 14 अप्रैल तक एक शहर से दुसरे शहर तक जाने वाले सभी सार्वजनिक परिवहनों पर रोक लगा दी हैं. ऐसे में दुसरे राज्य में काम कर रहे लोग अपने घर लौटने के लिए बेताब हैं लेकिन उन्हें कोई साधन नहीं मिल रहा हैं. कई लोग तो पैदल ही घर जाने को मजबूर है लेकिन हर किसी के लिए ये संभव नहीं हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश में फसे लोगो के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ फ़रिश्ता बन गए.

दरअसल दुसरे राज्यों से यूपी और बिहार में आए लोगो के लिए योगी आदित्यनाथ ने रातभर काम कर करीब 1000 बसें उपलब्ध करवाई. इन बसों के माध्यम से लॉकडाउन में फसे हजारों मजदूर और गरीब लोग अपने घर लौट सकेंगे. बीती रात ही योगी जी ने परिवहन अधिकारियों, बस ड्राइवरों और कंडक्टरों को बुलाकर फसे हुए राहगीरों को घर पहुचने की व्यवस्था करने के आदेश दिए थे. इसके बाद योगीजी के आदेश पर इन सभी लोगो के लिए करीब हजार बसों का इंतजाम किया गया.

उधर दिल्ली में फसे लोग जब उत्तर प्रदेश आए तो उन्होंने भी अपनी आपबीती सुनाई. उन लोगो का कहना हैं कि दिल्ली सरकार ने बिजली से लेकर पानी तक सभी कनेक्शन काट दिए थे. उन लोगो को लॉकडाउन के दौरान खाना और दूध भी नहीं मिल सका. ऐसे में मजबूरन भूखे लोगो को सड़कों पर उतरना पड़ा. इन लोगो ने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारी झूठी एनाउंसममेंट कर ये अफवाह फैलाते थे कि उत्तर प्रदेश की बॉर्डर पर बसें खड़ी हैं जो आपको यूपी और बिहार ले जाएगी. ये भी आरोप हैं कि दिल्ली सरकार ने मदद के नाम पर उन्हें डीटीसी की बसों में बैठा बॉर्डर पर छोड़ दिया. ऐसे में लोगो का आरोप हैं कि लॉकडाउन और कथित कर्फ़्यू के दौरान केजरीवाल सरकार की संवेदनहीनता देखने को मिली हैं. सत्ता में आने के पहले उन्होंने मुफ्त बिजल पानी देने का वादा किया था लेकिन अब लोगो के साथ विश्वासघात हुआ हैं.

उधर योगी आदित्यनाथ की तारीफ़ में कहा जा रहा हैं कि उन्होंने रातभर जागकर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ जैसे इलाकों में हजार से ज्यादा बसों का बंदोबस्त कराया ताकि मजदूर और गरीब अपने घर वापस जा सके. इतना ही नहीं योगी सरकार ने इन गरीबों के लिए रोटी पानी की व्यवस्था भी की थी. इसके अलावा ये भी जानकारी सामने आई हैं कि लखनऊ चारबाग बस स्टेशन पर डीजीपी, पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी फसे हुए लोगो की मदद को आगे आए हैं. इस दौरान अटके हुए यात्रियों को उनके ठिकाने पर पहुँचाने के लिए कानपुर, बलिया, बनारस, गोरखपुर, आजमगढ़, फैजाबाद, बस्ती, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, गोंडा, इटावा, बहराइच, श्रावस्ती सहित कई जिलो के लिए यात्री बसें भेजी गई. यहाँ भी  डीजीपी ने लोगो के भोजन का बंदोबस्त किया था.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आकड़ा 50 से ऊपर जा पहुंचा हैं. इनमे से अभी तक यूपी में 14 लोग इस वायरस को हराकर रिकवर भी हो चुके हैं.

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