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सबसे कम उम्र का नवजात शिशु कोरोना वायरस संक्रमित, मां को लगा कि उसे हुआ है निमोनिया

कोरोना वायरस का कहर हर जगह फैल रहा है और दिन पर दिन कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन दुनिया में पहली बार एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक नवजात बच्चे में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है, ऐसा बताया जा रहा है कि यह सबसे कम उम्र में बच्चे मे कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला है, पहली बार सबसे कम उम्र के बच्चे में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई है, इस बच्चे में जन्म के साथ ही यह वायरस पाया गया था।

दरअसल, यह मामला लंदन का है, खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि इस बच्चे के अंदर कोरोना वायरस जन्म के साथ ही पाया गया है और इस बच्चे को दुनिया का सबसे कम उम्र में कोरोना वायरस संक्रमित बताया जा रहा है, आपको बता दें कि लंदन के एक अस्पताल में इस बच्चे का जन्म हुआ था, फिलहाल में इस नवजात बच्चे और माता का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हो रहा है, जब इस नवजात बच्चे में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि की गई, तब इसकी मां ने बताया कि उनको लग रहा था कि इसको निमोनिया की शिकायत है, जब इस बच्चे की मां इसको लेकर हॉस्पिटल गई तब उस बच्चे की जांच की गई, जांच में यह मामला सामने आया कि यह बच्चा कोरोना वायरस से संक्रमित है।

डॉक्टर बच्चे में करोना वायरस का संक्रमण होने के पीछे क्या वजह है इसका पता लगाने में जुटे हुए हैं, डॉक्टर इस बात का पता लगाने में लगे हुए हैं कि यह बच्चा जन्म के साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार बना था या फिर मां के गर्भ में यह कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका था, फिलहाल में बच्चे को हॉस्पिटल में ही रखा गया है जबकि मां को दूसरे स्पेशलिस्ट इनफेक्शंस वाले हॉस्पिटल में शिफ्ट कराया जा चुका है।

अब सवाल यह आता है कि इतनी कम उम्र में इस नवजात शिशु को कोरोना संक्रमित पाया गया और इसकी मां का भी इलाज चल रहा है, ऐसे में इसकी मां अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती है या नहीं? इस विषय में रॉयल कॉलेज ऑफ ऑब्स एंड गायनोकोलॉजिस्ट ने यह सलाह दी है कि बच्चे को संक्रमित मां से अलग नहीं किया जा सकता है, अगर मां चाहती है कि वह अपने बच्चे को स्तनपान कराए तो वह उसको करा सकती है, स्वास्थ्य अधिकारियों का ऐसा बताना है कि वैसे गर्भवती महिलाओं और बच्चों को संक्रमण के खतरे की संभावना बहुत कम रहती है, ऐसे कुछ ही लोग होते हैं जिनमें यह लक्षण नजर आते हैं, संक्रमण के बावजूद भी बच्चे को मां का दूध देने की सलाह दी गई है, अस्पताल में मां और बच्चे की देखभाल करने वाले स्टाफ को भी सेल्फ आइसोलेट रहने की सलाह दी जा चुकी है, अब इस बात का पता लगाया जा रहा है किन परिस्थितियों में यह संक्रमण हुआ था।

देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है, इसकी चपेट में काफी लोग आ चुके हैं, कुछ लोगों की तो इस संक्रमण की वजह से जान भी जा चुकी है, बहुत कम समय में इस वायरस के संक्रमण में वृद्धि देखी गई है, इस संक्रमण के खौफ से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से डर रहे हैं, ज्यादातर लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से बच रहे हैं।

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