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किस्सा: जब 40 साल के जिन्ना ने 16 साल की लड़की को दिया था दिल, लड़की से था खास रिश्ता

आजतक हम सभी ने पाकिस्तान को लेकर बहुत सी बातें सुनी और देखीं। हम सभी के मन में पाकिस्तान को लेकर ऐसी बातें आ गई हैं जिससे यहां के बारे में कुछ ना कुछ गलत ही हर भारतीय बोल देता है। ऐसे में पाकिस्तानी भी पीछे नहीं रहते हैं उन्हें भी बस मौका मिले और वो भारत के खिलाफ कुछ भी कह दें बस। मगर यहां हम आपको पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर कुछ अंदर की बात बताने जा रहे हैं। जब 40 साल के जिन्ना ने 16 साल की लड़की को दिया था दिल, फिर क्या हुआ ये आपको बताते हैं।

जब 40 साल के जिन्ना ने 16 साल की लड़की को दिया था दिल

जिन्ना जब लगभग 40 साल की उम्र के थे तब दिनशा ने मुंबई की गर्मी से रात पाने के लिए दार्जिलिंग में छुट्टियां बिताने गई। दिनशा ने जिन्ना को भी इनवाइट किया और फिर दिनशा के परिवार के साथ जिन्ना भी दार्जिलिंग जा पहुंचे। साल 1916 के समय जिन्ना का जीवन अच्छे दौर से गुजरा। दार्जिलिंग में ही जिन्ना की मुलाकात दिनशा की 16 साल की बेटी रतनबाई उर्फ रूटी से हुई। हालांकि इससे पहले रूटी, जिन्ना को कई बार देख चुकी थी और रूटी यहां आकर्षित करने वाले कपड़ों में थी। इसे देखकर जिन्ना का मन एक बार फिर जवान हो गया और सालों के बाद जिन्ना को एक बार फिर प्यार हो गया। इससे पहले जिन्ना की शादी 14 साल की उम्र में एमीबाई नाम की एक लड़की से हो गई। 17 साल की उम्र में बैरिस्टर की पढ़ाई करने वे लंदन गए और जब वे लौटकर आए तो उनका निधन हो गया था। बैरिएस्टर के रूप में जिन्ना अपने शाम का समय मुंबई के ओरिएंटल क्लब में बिताते थे। बिलियर्ड और चेस के शौकीन जिन्ना की क्लब में आने वाले कई लोगों से दोस्ती हुई। इनमें से मु्ंबई के बिजनेसमैन सर दिनशा भी शामिल थे। यहीं से इनकी दोस्ती शुरु हुई और फिर जिन्ना इनके घर जाकर शतरंज भी खेलते थे।

साल 1876 को कराची में जन्में मोहम्मद अली जिन्ना के जन्म को लेकर अभी विरोधाभास है। कुछ लोगों का कहना है कि इनका जन्म कराची में 20 अक्टूबर, 1876 को हुआ था लेकिन सरोजिनी नायडू द्वारा जिन्ना की जीवनी में लिखा है कि उनका जन्म 25 दिसंबर, 1876 को हुआ था। मगर आधिकारिक रूप से इनका जन्मदिन 25 दिसंबर को ही मनाया जाता है। 19 साल की उम्र में जिन्ना वकील बन गए थे। जिन्ना ने मुंबई यूनिवर्सिची से मैट्रिक की और 19 साल की उम्र में वे वकील बन गए थे। जिन्ना बचपन से ही बहुत तेज दिमाग के रहे हैं और इसी के चलते राजद्रोह के आरोप का सामना कर रहे बाल गंगाधर तिलक ने साल 1905 में जिन्ना को अपना वकील बनाया था। हालांकि जिन्ना ये केस जीत नहीं पाए थे। इसके बाद तिलक को सश्रम कारावास की सजा सुना दी गई थी। जिन्ना मूल रूप से गुजराती हैं और उनके पिता जिन्नाभाई का जन्म गुजरात के कठियावाड के पनेली गांव में हुआ था।

पुंजा एक प्रसिद्ध व्यापारी थे जो जिन्ना के जन्म से पहले सिंध (अब पाकिस्तान) में जाकर रहने लगे थे। पाकिस्तान की स्थापना के बाद जिन्ना पाकिस्तान के पहले गर्वनर बने थे। टीवी की बीमारी से ग्रसित जिन्ना का निधन 11 सितंबर, 1948 को रात के लगभग दो बजे के करीब हो गया था।

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