अध्यात्म

भगवान के सामने हाथ जोड़ते वक़्त ना करे ये गलती, वर्ना आप की पूजा जा सकती है व्यर्थ

भगवान के सामने हाथ जोड़ने से सभी परेशानियों का अंत हो जाता हैं. हमारा सिर हमेशा ईश्वर के आगे झुकना चाहिए. जब हम भगवान से कोई विनती करते हैं या उन्हें याद करते हैं तो हाथ जोड़ते हैं. ये बहुत पुराना तरीका है. हालाँकि बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि भगवान के सामने हाथ जोड़ते समय आपको कुछ विशेष गलतियाँ करने से बचना चाहिए. यदि आप ये गलती कर देते हैं तो भगवान नाराज़ हो सकते हैं या आपकी पूजा व्यर्थ जा सकती हैं. तो चलिए जानते हैं आपको क्या करना हैं और क्या नहीं करना हैं.

पहली गलती – हाथों की पोजीशन

भगवान को नमन करते समय हाथों की दोनों हथेलियां एक दुसरे से अच्छे से चिपकी होनी चाहिए. इसे ढीला या लापरवाही से ना जोड़े. ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप हाथ जोड़ने में आलसी कर रहे हैं या भगवान के ऊपर कोई एहसान जता रहे हैं. आपके दोनों हाथों की हथेलियों को एक दुसरे से सटीक चिपका कर रखे. साथ ही उँगलियों की पोजीशन सीधा ऊपर यानी 90 डिग्री पर खड़ा रखने की बजाए हल्की सी भगवान के सामने की ओर झुका ले. हालाँकि इस बात का ख्याल रखे कि ये उँगलियाँ इतनी भी ना झुके कि 90 डिग्री पर आड़ी हो जाए.

दूसरी गलती – बॉडी की पोजीशन

जब भगवान को हाथ जोड़े तो आपकी बॉडी स्ट्रेट यानी सीढ़ी होने की बजाए थोड़ी सी नीचे झुकना चाहिए. इसकी वजह ये हैं कि आप भगवान के आगे झुक कर खुद को छोटा और उन्हें बड़ा बताते हुए आदर सम्मान देते हो. इसलिए उन्हें नमन करने के दौरान अपनी बॉडी का उपरी हिस्सा उनकी और थोड़ा झुका ले. ये इश्वर को नमन करने का सही तरीका हैं.

तीसर गलती – कोहनियाँ और कंधे

भगवान के सामने हाथ जोड़ते समय आपके कंधे लटके हुए नहीं होना चाहिए. मतलब देखने में ऐसा ना लगे कि आपको हाथ जोड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं हैं या जोर पड़ रहा हैं. वहीं कोहनियों की बात करे तो इन्हें पीछे की और ज्यादा ना झुकाए. बल्कि एक सीढ़ी लाइन में रखे. आसान शब्दों में कहे तो आपके कंधे और कहनियाँ ज्यादा ढीली या लापरवाह वाली पोजीशन में नहीं होना चाहिए.

चौथी गलती – मन के विचार

जब भगवान के हाथ जोड़े तो मन का शुद्ध होना जरूरी हैं. आपके विचार साफ़ होना चाहिए. मन में कुछ गलत नहीं चलना चाहिए. इसलिए जब आपका मन शांत और शुद्ध हो तभी भगवान के हाथ जोड़े. गुस्से वाले मूड में भगवान को नमन ना करे. भगवान को पुरे दिल से और स्वच्छ मन से प्रणाम करे.

पांचवी गलती – सिर की पोजीशन

भगवान के सामने आपका सिर हमेशा झुका हुआ होना चाहिए. इसलिए जब आप उन्हें नमन करे तो उनके सामने सिर की पोजीशन भी झुका दे. सिर ऊँचा रखना एसा लगता हैं मानो आप घमंड में हैं और खुद को भगवान से बढ़कर समझ रहे हैं. इसलिए ये गलती ना करे.

अब आपको भगवान को सही तरीके से नमन करना आ गया हैं. कृपया ये जानकारी दूसरों के साथ शेयर करना ना भूले ताकि वे लोग भी इसका लाभ ले सके और ईश्वर को सही तरीके से नमन कर सके.

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