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सड़क किनारे स्ट्रीट-लाइट के नीचे बैठकर करता था पढ़ाई, एक करोड़पति की नज़र पड़ी और ज़िन्दगी बदल गयी

कुछ वक्त पहले पेरू से एक वीडियो वायरल हुआ था। आज हम आपको इस वीडियो में दिख रहे बच्चे की कहानी बताएंगे, जो महज सिर्फ 11 साल का है। जिसकी जिंदगी पूरी तरह पलट गई। धीमी रोशनी में पढ़ते हुए इस बच्चे की एक तस्वीर इंटरनेट में वायरल हो गई। स्ट्रीट लाइट में बैठकर पढ़ रहे इस बच्चे की तस्वीर को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि मासूम स्ट्रीट लाइट में बैठकर होम वर्क कर रहा है।

तस्वीर के वायरल होने के बाद बच्चे ने कई संगठनों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया, जो उसकी मदद करने के लिए तैयार थे। लेकिन बच्चे की तस्वीर मुबारक के दिल को छू गई। मदद के लिए युकूबे यूसुफ अहमद मुबारक ने तुरंत पेरू के लिए उड़ान भरी। बच्चे का नाम विक्टर मार्टिन है। बच्चे के घर में लाइट नहीं है इसलिए वह स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहा है। विक्टर के घर की स्थिति काफी खराब है, इसके चलते उसका परिवार घर में बिजली की व्यवस्था नहीं कर पाया। मां ने बताया कि दिन की रोशनी में विक्टर अपना असाइमेंट पूरा नहीं कर पाया था। इसलिए स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर अपना होम वर्क पूरा कर रहा था।

लेकिन बहरीन के रहने वाले 31 साल के करोड़पति मुकारक की नजर विक्टर पर पड़ी। मुबारक को अपना बचपन याद आ गया। उन्होंने तुरंत विक्टर की मदद करने का फैसला लिया। उन्होंने वादा किया कि वह विक्टर के लिए दो फ्लोर का घर बनाएंगे। उन्होंने विक्टर की मां को बिजनेस करने के लिए करीब डेड़ लाख रुपए भी दिए। मुबारक ने ना सिर्फ विक्टर की बल्कि विक्टर के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की भी मदद की। स्कूल को बनाने में विक्टर की मदद की। वहां एक कंप्यूटर लैब बनाने की बात कही। मुबारक को मदद करता देख विक्टर भावुक हो गया। उसने कहा- आप जो मदद कर रहे हैं, उसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो किसी दूसरे की सच्चे दिल से मदद करते हैं।

“मैं उन लोगों को भी धन्यवाद देता हूं जो मेरा घर बनाने में मेरी मदद कर रहे हैं। बता दें कि समाज के लिए यह बेहद ही निराशाजक स्थिति है कि देश में आज भी ऐसे कई मेहनती बच्चे हैं जिनके पास बुनियादी आवश्यकताएं भी नहीं होती हैं। देश में ऐसे कई बच्चे हैं जो साधारण जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई करते हैं। और चंद पैसा कमाने के लिए सारी जिंदगी मेहनत करते हैं। लेकिन उनके पास पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। उनमें से ऐसे बहुत कम लोग ही होते हैं जिन्हें समाज से मदद मिलती है। मुबारक जैसे इंसान वाकई अगर हो तो किसी से भीख मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बता दें कि मुबारक की मदद से फिलहाल विक्टर के घर पर लाइट का इंतजाम कर दिया गया है।

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