अध्यात्म

नवरात्रि विशेष: बेहद ही चमत्कारी हैं मां के ये मंत्र, इन्हें पढ़ने से दूर हो जाती है हर विपदा

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा करने से उस पूजा का फल जरूर मिलता है और यही वजह है कि नवरात्रि के नौ दिनों तक हर कोई मां की पूजा करता है। नवरात्रि में मां की पूजा करते हुए उनसे जो मांगा जाता है, मां वो हर कामान को पूरा कर देती हैं। मां दुर्गा को शास्त्रों में अत्यंत दयालु-कृपालु बताया गया है और शास्त्रों में लिखा गया है कि नवरात्रि के दौरान राम जी ने मां दुर्गा की पूजा की थी और मां से रावण पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद मांगा था। राम जी की पूजा से प्रसन्न होकर मां ने राम जी को युद्ध में विजय दिलाई थी। इसलिए अगर आपकी कोई कामना है तो आप नवरात्रि के दौरान उस कामना को पूरा करवाने हेतु मां की पूजा करें और नीचे बताए गए मंत्रों का जाप भी जरूर करें। इसके अलावा अगर नवरात्रि में मां की पूजा सच्चे मन से की जाए और मां को उनकी पसंदीदा चीजे चढ़ाई जाएं, तो मां आसानी से प्रसन्न हो जाती हैं।

इस तरह से करें मां को प्रसन्न

आप नवरात्रि के नौ दिन मां को लाल रंग के फूल, हलवा और अनार का भोग लगाएं। क्योंकि ये तीनों चीजे मां को काफी पसंद हैं और इन चीजों को अर्पित करने से मां खुश हो जाती हैं। इन चीजों के अलावा आप नीचे बताए गए मंत्रों को भी जरूर पढ़ें –

पीड़ा को खत्म करने के लिए

अगर आपको कोई पीड़ा है तो आप नवरात्रि के हर दिन  ‘ॐ कालरात्र्यै नम:।’ और ‘ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ।’ मंत्र को 11 बार पढ़ें। इन मंत्रों को पढ़ने से आपको पीड़ा से मुक्ती मिल जाएगी।

कार्य सफलता हेतु

किसी कार्य में सफलता पाने के लिए आप नीचे बताए गए मंत्र का जाप 101 बार करें। इस मंत्र को पढ़ने से कार्य में सफलता मिल जाएगी और दुश्मनों की हार होगी।

ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी।
एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ।।
होम द्रव्य, सरसों, कालीमिर्च, दालचीनी इत्यादि।

मां की कृपा पाने के लिए

मां की कृपा पाने के लिए आप नीचे बताए गए मंत्रों को पढ़ें

1 ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।’

2 ॐ यदि चापि वरो देयस्त्वयास्माकं महेश्वरि।। संस्मृता संस्मृता त्वं नो हिंसेथाः परमाऽऽपदः ॐ। मंत्र का जाप करें

3 ॐ ऐं यश्चमर्त्य: स्तवैरेभि: त्वां स्तोष्यत्यमलानने
तस्य वि‍त्तीर्द्धविभवै: धनदारादि समप्दाम् ऐं ॐ।
पंचमेवा, खीर, पुष्प, फल आदि की आहुति दें। जितने भी मंत्र दिए गए हैं, वे सभी शास्त्रीय तथा कई श्री दुर्गासप्तशती से उद्घृत हैं।

4 एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी॥

ऊपर बताए गए मंत्रों के अलावा आप नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा से जुड़े पाठों को भी पढ़ें। नौ दिनों तक मां से जुड़े पाठों को पढ़ने से मां की कृपा बन जाती है और मां आपकी कामनों को जरूर पूरा करती हैं। इसके अलावा आप नौंवी के दिन घर में हवन भी जरूर करें और हवन करने के बाद कन्याओं को भोजन भी करवाएं। क्योंकि कन्याओं को मां का रूप माना जाता है और कन्याओं को भोजन करवाने का मतलब मां को भोजन करवाना होता है।

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