अध्यात्म

मंगलवार को पीपल के वृक्ष के नीचे बोले ये हनुमान मंत्र, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

आज के समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसकी लाइफ में कोई संकट नहीं हैं. परेशानियां सभी के जीवन में होती हैं. बस फर्क इतना होता हैं कि ये समय समय पर आती और जाती रहती हैं. किसी की समस्यां छोटी होती हैं तो किसी की बहुत बड़ी होती हैं. ऐसे में यदि आप किसी ख़ास समस्यां से जूझ रहे हैं और उसका ओई निवारण नहीं खोज पा रहे हैं तो बिलकुल सही जगह आए हैं. आज हम आपको 8 ऐसे हनुमान मंत्र बताने जा रहे हैं जिनका एक ख़ास विधि से जप करने से आपकी सभी परेशानियां समाप्त हो जाएगी. हनुमान जी को संकटमोचन के नाम से भी जाना जाता हैं. अर्थात एक वे देवता जो आपके संकटों को समाप्त कर देते हैं. यही वजह हैं कि कई लोग इनकी आराधना करते हैं.

क्या करना होगा?

इस उपाय के तहत आपको मंगलवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे कुछ ख़ास मंत्रों का हमारी बताई विधि के अनुसार जप करना होगा. इसके लिए आप मंगलवार के दिन सुबह जल्दी स्नान कर ले. अब लाल, पीला या नारंगी रंग के वस्त्र धारण कर ले. इसके बाद हनुमान जी की एक छोटी सी प्रतिमा या तस्वीर अपने साथ पीपल के पेड़ के पास ले जाए. यहाँ एक लाल कपड़ा बिछा हनुमान जी को विराजित करे. अब उनके सामने सरसों के तेल का एक दीपक लगाए. साथ ही 4 अगरबत्तियां लगा दे. अब एक पीपल का पत्ता ले और उसके ऊपर केसरी रंग के सिंदूर से अपनी समस्यां लिखे. इसके बाद इस पत्ते को हनुमानजी के चरणों में रखे. अब नीचे दिए गए सभी मंत्रों का उच्चारण 3 बार करे. ये कुल आठ मंत्र हैं अर्थात आप 24 बार सभी को मिलकर जपने वाले हैं. ये मंत्र इस प्रकार हैं..

पहला मंत्र- ॐ तेजसे नम:

दूसरा मंत्र- ॐ प्रसन्नात्मने नम:

तीसरा मंत्र- ॐ शूराय नम:

चौथा मंत्र- ॐ शान्ताय नम:

पांचवां मंत्र- ॐ मारुतात्मजाय नमः

छठा मंत्र- ऊं हं हनुमते नम:

सात्व मंत्र- ॐ मारकाय नमः

आंठवा मंत्र- ॐ पिंगाक्षाय नमः

मंत्रों का जाप समाप्त होने के पश्चात हनुमान जी की आरती करे. अब उनके सामने माथा टेक भूल चुक माफ़ करने की विनती करे. अंत में जिस पीपल के पत्ते पर आपने अपनी समस्यां लिखी थी उसे वृक्ष के नीचे जमीन में गाड़ दे. अब हनुमानजी और अन्य पूजा सामग्री अपने साथ लेकर घर चले जाए. घर आने के बाद हनुमान जी की शाम को भी सामान्य पूजा करे. इस दिन हनुमान चालीसा पढ़ना ना भूले. ये आप सुबह पीपल के पेड़ के नीचे ही मंत्रों के बाद पढ़ सकते हैं. या इसे बाद में शाम को घर आने के पश्चात भी पढ़ा जा सकता हैं. साथ ही हनुमान जी के नाम का व्रत भी जरूर रखे. एक और बात ध्यान रहे कि इस दिन आपको किसी भी प्रकार के नॉनवेज का सेवन नहीं करना हैं. साथ ही कोई नशा करने से भी बचे. यदि आप इनका सेवन करते हैं तो उपाय फीका पढ़ जाएगा.

वैसे आपको ये जानकारी अच्छी लगे तो दूसरों के साथ शेयर करना ना भूले. इससे अन्य लोग भी इसका लाभ ले सकेंगे.

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