स्वास्थ्य

बिहार में फैलने वाला क्या होता है ‘चमकी बुखार’ ? जानिए इसके शुरुआती लक्षण

बिहार में पिछले 2 हफ्तों से कई बच्चों की मौत हो चुकी है और सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों में 97 बच्चे शामिल हैं. इस मौत की वजह ‘चमकी बुखार’ जिसे कुछ लोग ‘इंसेफ्लाइटिस’ के नाम से भी जानते हैं. एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम को कुछ लोग दिमागी बुखार, जापानी बुखार, चमकी बुखार भी कहते हैं. ये बीमारी खासकर गर्मी और उमस के फैलने से हो जाी है और इस बीमारी ने बिहार में मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात ला दिए हैं जिससे मरने वाले ज्यादातर बच्चों में 1 से 10 साल की उम्र के ही हैं. मगर सवाल ये है कि बिहार में फैलने वाला क्या होता है ‘चमकी बुखार’ ? इसके लक्षण क्या होते हैं ?

बिहार में फैलने वाला क्या होता है ‘चमकी बुखार’ ?

इंसेफ्लाइटिस मस्तिष्क से जुड़ी एक बीमारी होती है जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे मस्तिष्क में लाखों कोशिकाएं और तंत्रिकाएं होती हैं, जिनके जरिए शरीर के बाकी अंग भी काम करते हैं. जब इन कोशिकाओं में सूजन आ जाती है, तो इसे ही एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम कहा जाता है और ये एक संक्रामक बीमारी होती है. इस बीमारी के वायरस जब शरीर में पहुंचकर खून में शामिल होते हैं, तो इनका प्रजनन शुरू होने लगता है फिर धीरे-धीरे ये अपनी संख्या बढ़ाते जाते हैं. खून के साथ बहकर ये वायरस मस्तिष्क तक पहुंच जाते हैं और उसमें ये वायरस कोशिकाओं में सूजन का कारण बनते हैं और शरीर के ‘सेंट्रल नर्वस सिस्टम’ को धीरे-धीरे खराब करते जाते हैं.  इंसेफ्लाइटिस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी होती है जिसका समय पर इलाज होना बहुत जरूरी होता है नहीं इससे इंसान की जान भी ले सकता है. बिहार में सही उपचार नहीं हो पाने की वजह से ही बच्चों की जान जा रही है और यही नहीं इसमें खास बात ये है कि ये बीमारी सिर्फ बच्चों को ही नहीं किसी को भी प्रभावित कर सकती है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआती मामलों में कुछ बच्चों में पाया गया कि संक्रमित बच्चों ने लीची का सेवन किया था. इसके बाद एक खबर ये भी आई कि लीची ऐसी बीमारी का कारण कैसे बन सकती है. होने वाली मौतों में अभी लीची को वैज्ञानिक रूप से कारण नहीं बताया गया है लेकिन ‘द लैसेंट’ नाम की एक पत्रिका में साल 2017 में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में ही साल 2014 में भी कुछ बच्चों की मौतें हुई थीं लेकिन तब इस बीमारी के बारे में ज्यादा जागरुकता नहीं थी.

इस तरह पहचानिए चमकी बुखार को ?

चमकी बुखार या इंसेफ्लाइटिस के लक्षणों को पहचान पाना आसान नहीं होता है क्योंकि ये एक ऐसा वायरस है जो दिमाग के ऐसे हिस्से को प्रभावित करता है जो दिखता नहीं है लेकिन इसके लक्षण अलग-अलग दिखाई देते हैं. मगर ज्यादाकर मामलों में कुछ सामान्य लक्षण भी सामने आते हैं.

1. सिर का चकराना या लगातार दर्द रहना
2. अचानक बुखार आना और ठीक नही होना
3. पूरे शरीर में दर्द रहना
4. जी मिचलाना और उल्टी होना
5. बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस करना
6. बार-बार बेहोशी का आना
7. आंखों के आगे अंधेरा छाना
8. सुनने में परेशानी होना
9. दिमाग का ठीक से काम न करना
10. पीठ में तेज दर्द और कमजोरी रहना
11. चलने में परेशानी होना या लकवा जैसे लक्षण दिखना

ऐसे लक्षण आने पर आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और सही समय पर इसका इलाज कराने पर आप इससे बच भी सकते हैं.

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