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90 सेकेंड की उस हवाई जंग में क्या-क्या हुआ अभिनंदन के साथ, जानिए पल-पल की पूरी खबर

विंग कमांडर अभिनंदन का आज पूरा देश अभिवादन कर रहा है और हर किसी के दिल में उनके लिए एक आदर का भाव है क्योंकि इन्होंने भारत को एक अलग ही नाम दिया. अभिनंदन की बहादुरी की तारीफ आज पूरी दुनिया कर रही है यहां तक जिस देश के चुंगल में वो करीब 60 घंटे थे वहां की आम जनता भी उनके लिए तालियां बजा रही है. उन्होने दुश्मनों को खदेड़ने का जो काम किया है वो करना पाकिस्तान की सेना के बस की बात ही नहीं है. आज अभिनंदन के वापस लौटने से पूरा देश खुश है लेकिन पाकिस्तान मे रहने के दौरान उन्होंने बहुत सी प्रताड़ना भी झेली हैं. 90 सेकेंड की उस हवाई जंग में क्या-क्या हुआ अभिनंदन के साथ, ये एक बड़ा सवाल है और इसके लिए इस समय दिल्ली के एयरफोर्स हॉस्पिटल में वो अपनी अग्नी परीक्षा दे रहे हैं.

90 सेकेंड की उस हवाई जंग में क्या-क्या हुआ अभिनंदन के साथ

अभिनंन ने एक पाकिस्तान फाइटर प्लेन को तबाह करके अपनी बहादुरी का सबूत भी दिया है और उनके इस काम की सराहना हर कोई कर रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन 90 सेकेंड का पूरा लेखा-जोखा सामने आया है. विंग कमांडर अभिनंदन का आभार तो पूरा देश व्यक्त कर रहा है और वो वाकई में देश के हीरो बन गए हैं. अभिनंदन और पाकिस्तान F-16 के पायलट के बीच जो जंग लड़ी गई वो सिर्फ 90 सेकेंड की थी जिसमें उन्होने पूरे देश का दिल जीत लिया और वो जंग थी जिसे बॉलीवुज की फिल्मों में भी नहीं दिखाई गई. उनके वो 90 सेकेंड थे जो शाहरुख खान की फिल्म चक दे की 70 मिनट वाली स्पीच से भी ज्यादा दिलचस्प रही है और वो 90 सेकेंड हर किसी के दिल में बस गया. इन 90 सेकेंड ने भारतीय एयरफोर्स के इतिहास के रोचक लम्हो को कैद हो गए और ये वही 90 सेकेंड हैं जो हर भारतीय को हमेशा याद रहेंगे. हम उस जाबांज जवान की बात कर रहे हैं जिसने पाकिस्तान की दो AMRAAM मिसाइलों का सामना किया और उनका फाइटर प्लेन भी गिरा दिया.

भारतीय वायुसेना के हवाले से एक बात सामने आई है ये AMRAAM मिसाइल थी जो सिर्फ F-16 विमान ही चला सकते हैं. भारतीय वायुसेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन मिसाइलों के पुर्जे भी दिखाए. ये पाकिस्तान के मुंह पर करारा जवाब था क्योंकि पाकिस्तान का कहना था कि उन्होने F-16 उड़ाया ही नही था. पाकिस्तान का मना करना इसलिए भी जरूरी था क्योंकि उन्होने ये विमान अमेरिका से इस शर्त पर खरीदे थे कि इसे देश की सुरक्षा में इस्तेमाल होगा ना कि दूसरे देश में हमले के लिए किया जाएगा. F-16 का मिग-21 टकराव और F-16 का गिर जाना इस बात का सबूत है कि अभिनंदन सच में एक बहादुर जवान हैं और उन्हें मालूम था कि उनका विमान गिर सकता है फिर भी वो F-16 को गिराकर ही माने.

क्या हुआ था उस ऐतिहासिक दिन में ?

दिन की शुरुआत आम दिनों की तरह हुई और भारत-पाक के बीच अगर जंग का माहौल था तो ये नई बात नहीं थी. सुबह पाकिस्तानी फाइटर जेट जिसमें अमेरिकी F-16, फ्रांस के मिराज और JF-17 फाइटर शामिल थे और वे भारतीय सीमा में घुसे लेकिन वो भूल गए थे कि भारत में सभी एयर डिफेंस सिस्टम पहले से ही एलर्ट थे. भरात के Airborne Warning and Control System (AWAC) सिस्टम ने उन प्लेन की जानकारी दी. तभी भारतीय वायुसेना के पायलट अवंतिपोरा, श्रीनगर और आस-पास की एयर फील्ड से उड़े और उस समय पाकिस्तानी प्लेन के उस जखीरे के सबसे पास मिग-21 विमान ही था. इसके बाद शुरु हुआ वो 90 सेकेंड का खेल जब अभिनंदन मिग-21 लेकर F-16 के पीछे पड़े.

जमीन से करीब 9000 फीट पर F-16 उड़ रहा था तभी मिग की ऊंचाई 15000 फिट थी, लेकिन उसी समय पाकिस्तानी फाइटर प्लेन ने अपनी चाल चली. जैसे ही मिग विमान ने अपना निशाना साधा वैसे ही F-16 और ऊपर जाने लगा. हाई तकनीक वाला एफ-16 26000 फिट पर उड़ने लगा. उस समय मिग-21 ने तुरंत 60 डिग्री के एंगल में फायर किया और रूस में बनी Vympel R-73 मिसाइल सीधे F-16 की तरफ दाग दी. मगर उसके साथ में उड़ रहे दूसरे विमान ने मिग-21 को अपना निशाना बना लिया लेकिन भारतीय वीर ने हार नहीं मानी. इसके बाद वो पैरासूट के जरिए पीओके में उतर गए और अपने हौसलों के कारण ही आज भारत वापस आ गए.

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