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आयुष्मान भारत योजना के अलावा भी हैं अन्य योजनाएं जिसमें इलाज के लिए मिलेंगे आपको 2 लाख रूपए

न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क:   देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से सत्ता संभाली है तभी से उन्होंने देश को कई सारी योजनाओं से लाभांवित किया है। देश की महिलाओं से लेकर बेटियों तक सभी उनकी किसी ना किसी योजना से लाभांवित हुए हैं और इसके लिए लोगों का प्यार भी उनको भरपूर मिला है। हाल ही में मोदी सरकार द्वारा लाई गई आयुष्मान भारत योजना की तारीफ तो सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है। बिल गेट्स ने भी मोदी की इस योजना की तारीफ करते हुए उनको सोशल मीडिया पर बधाई दी थी।

बता दें कि इस योजना के चलते गरीब परिवार सालाना 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज करा सकते हैं। इसके साथ ही बताते चलें कि ये आज तक की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम है। प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2018 के सितंबर महीने में आरएसएस विचारक दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर इस योजना की शुरुआत की थी। ये कोई पहली ऐसी योजना नहीं हैं इस तरह की और भी कई योजनाएं हैं जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे। तो आज हम आपको देश में चल रही इस तरह की एक खास स्वास्थ्य योजना के बारे में बता रहे हैं।

राष्ट्रीय आरोग्य निधि (Rashtriya Arogya Nidhi (RAN)

ये योजना साल 1997 से  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही है। इस योजना के तहत उन मरीजों की सहायता की जाती है जो गरीबी रेखा के नीचे हैं और किसी गंभीर जानलेवा बीमारियों का इलाज कराना चाहते हैं। राष्ट्रीय आरोग्य निधि योजना के चलते वो किसी भी सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल / संस्थानों में अपना इलाज करवा सकते हैं। और इलाज में लगी हुई धनराशि एक मुश्त अनुदान के रूप में उपलब्ध कराई जाती है। यह राशि उस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को दी जाती है जिसमें रोगी अपना इलाज करवा रहा होता है।

अब सवाल ये उठता है कि आखिर इस तरह की योजनाओं का फायदा कैसे उठाया जाए, क्योंकि इन योजनाओं के बारे में लोगों को अच्छे से पता नहीं होता है। तो ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं हैं जब हमने आपको योजना के बारे में बताया है तो इसका लाभ कैसे उठाए ये भी हम ही बताएंगे।

ऐसे उठायें इस योजना का लाभ

राष्ट्रीय आरोग्य निधि के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए रोगी को डाक्यूमेंट्स की जरूरत होती है:

1) एक आवेदन पत्र के साथ जिस अस्पताल में आपका उपचार चल रहा है वहां के सभी पर्चे और चिकित्सा अधीक्षक द्वारा लिखे गए एक लेटर की जरूरत होती है।
2) आय प्रमाण पत्र की कॉपी
3) राशन कार्ड की कॉपी
4) 13 केंद्र सरकारी अस्पतालों / संस्थानों में रिवॉल्विंग फंड स्थापित किए गए हैं और सभी अस्पतालों में 50 लाख रुपये तक का फंड उपचार के लिए रखा जा ता है। एम्स में यह फंड 90 लाख रुपये है। हर मामले के लिए 2 लाख रुपये तक का फंड खर्च किया जा सकता है।
5) 2 लाख रुपये से अधिक के उपचार में शामिल मामलों को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार को धन उपलब्ध कराने के लिए संदर्भित किया जाता है।

इन अस्पतालों में चल रही है राष्ट्रीय आरोग्य निधि योजना

आपको बता दें कि योजना किन अस्पतालों में चल रही है, जहां जाकर आप अपना इलाज करवा सकते हैं।

दिल्ली एम्स, डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग, एलएचएफसी और सुचेता कृपलानी अस्पताल, चंडीगढ़ के पीजीआईएमआर, पुडुचेरी के जेआईपीएमईआर, बेंगलूरु के निमहंस अस्पताल, कोलकाता के सीएनसीआई, लखनऊ के एसजीपीजीआईएमएस और गाँधी मैमोरियल एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स, इम्फाल के आरआईएमएस और शिलांग में।

इस बात का रखें ध्यान

इस योजना से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए भारत सरकार की वेबसाइट https://mohfw.gov.in पर जा सकते हैं।

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