राजनीति

जानिये वर्तमान क्या है गणित राज्यसभा की, BJP की हो सकती है बढ़त और कांग्रेस को सकता है घाटा…!

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राज्यसभा की 57 सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा को तीन सीटों का लाभ होने और विपक्षी कांग्रेस को छह सीटों का नुकसान होने की संभावना है। इस बदलाव के बाद भी उच्च सदन में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में बनी रहेगी। लेकिन उसके और भाजपा के बीच अंतर मौजूदा 15 सीटों की बजाय मात्र छह सीटों का रह जाएगा।

इस चुनाव में सबसे ज्यादा चार सीटों का लाभ सपा को होगा, जबकि बसपा को तीन सीटों का घाटा रहेगा। तमिलनाडु की स्थिति 19 मई को आने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद स्पष्ट होगी। राज्यसभा की जिन 57 सीटों पर चुनाव होना है उनमें 14-14 सीटें भाजपा और कांग्रेस से जुड़ी हैं, जबकि छह सदस्य बसपा, पांच जदयू और तीन-तीन सपा, बीजद व अन्नाद्रमुक से हैं। दो-दो सदस्य द्रमुक, राकांपा और तेदेपा से हैं, जबकि एक सदस्य शिवसेना का है। माल्या एक निर्दलीय सदस्य थे जिन्होंने 5 मई को इस्तीफा दे दिया।

मोदी सरकार के छह मंत्रियों भाजपा के एम़ वेंकैया नायडू (कर्नाटक), चौधरी वीरेंद्र सिंह (हरियाणा), सुरेश प्रभु (हरियाणा), निर्मला सीतारमण (आंध्र प्रदेश), पीयूष गोयल (महाराष्ट्र) और मुख्तार अब्बास नकवी(उत्तर प्रदेश)और तेलुगू देशम के वाई.एस. चौधरी का मौजूदा कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। यह सभी संबंधित राज्यों से राज्यसभा में वापस आ सकते हैं।

समझिये पूरा गणित

उत्तर प्रदेश से राज्यसभा पहुंचने वाले सबसे अधिक 11 सदस्य रिटायर हो रहे हैं। तमिलनाडु और महाराष्ट्र की छह सीटें खाली हो रही हैं। बिहार की पांच सीटों पर चुनाव होना है जबकि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से चार-चार सदस्य रिटायर हो रहे हैं। मध्य प्रदेश और ओडिशा से तीन-तीन सांसद रिटायर हो रहे हैं। पंजाब, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और हरियाणा की दो-दो सीटें रिक्त हो रही हैं। उत्तराखंड की एक सीट पर भी चुनाव होगा।

इस बार राज्यसभा चुनाव में उत्तप्रदेश से 11 सीटों के लिए सदस्य चुने जाएंगे. प्रदेश कीभेजेगी. जबकि कांग्रेस और बीजेपी के कोटे में एक-एक सीट जा सकती है. बाकी सीटों पर समाजवादी पार्टी के सांसदों का चुना जाना तय है.

बिहार में सभी पांच सीटें जदयू की खाली हो रही हैं, लेकिन इस बार उसे दो, राजद को दो व भाजपा को एक सीट मिलेगी। जद (यू) नेता शरद यादव फिर चुन कर आ सकते हैं। भाजपा की एक सीट के लिए शाहनवाज हुसैन की दावेदारी हो सकती है। झारखंड में भाजपा व कांग्रेस के खाते में एक एक सीट आएगी। भाजपा से एम जे अकबर फिर से चुने जा सकते हैं।

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