स्वास्थ्य

इन वजहों से पैदा होते है विकलांग बच्चे, भूलकर भी गर्भवती महिलाएं न करें ये 5 काम

मां बनना हर महिला के लिए सौभाग्य की बात होती है और हर शादीशुदा जोड़े की जिंदगी का सबसे बड़ा सुख भी माता-पिता बनना होता है. हर बच्चे के जन्म के समय मां 9 महीने बच्चे को अपने पेट में रखती है और जब बच्चे का जन्म होता है तब वो अपने बच्चे के बारे में पूछती है कि क्या वो पूरी तरह से ठीक है ? अगर उसे हां का जवाब मिलता है तो उसकी खुशी का ठिकाना कोई नहीं लगा सकता लेकिन अगर उस बच्चे में कोई भी एब पाया जाता है तो मां की तकलीफ का अंदाजा भी कोई नहीं लगा सकता. हर औरत जब मां बनती है तो खुद का पूरा होना महसूस करती है लेकिन अगर आप नहीं चाहते विकलांग बच्चा तो हर गर्भवति महिलाओं को ये काम करने से बचना चाहिए. अगर आप इन कामों को करने से बचती हैं तो बस आपका बच्चा स्वस्थ रहेगा और आपका मन भी खुश ही रहेगा.

अगर आप नहीं चाहते विकलांग बच्चा

गर्भवति महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव आते हैं और शरीर इन बदलावों के कारण बहुत ही कमजोर सा हो जाता है. ऐसे में गर्भवति महिला का ख्याल भरपूर रखा जाना चाहिए. गर्भवती महिला का ख्याल रखना ही आने वाला बच्चा स्वस्थ और घर में खुशियां लाने वाला पैदा होता है. वरना बच्चे के जरा सी कमी के कारण पूरा घर उदास हो जाता है और मां को गहरा धक्का लगता है. हर गर्भवति महिला एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे उन बातों का ध्यान रखने से आपका बच्चा स्वस्थ पैदा होगा.

1. गर्भवति महिलाओं के शरीर में अक्सर दर्द रहता है ऐसे में वे कई तरह की दवाईयां खा लेती हैं. इसलिए आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि पेनकिलर टेबलेट्स बहुत नुकसानवाला होता है ऐसे में गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचता है. इसलिए बिना डॉक्टर्स के परामर्श के कोई दवा ना खाएं.

2. बच्चे के गर्भ में आने के तीन महीने के बाद गर्भवति महिला को कोई भी भारीभरकम सामान उठाने से बचना चाहिए. भारी सामान उठाने से बच्चे पर प्रभाव पड़ता है और बच्चों का कोई अंग कमजोर हो जाता है. इसलिए हमेशा इस बात का ख्याल रखिए.

3. प्रेग्नेंसी के दौरान ट्रैवल करने से बचें क्योंकि शोरशराबे से बच्चे के कान पर असर पड़ता है और उसका जन्म होने के बाद उसमें बहरेपन या फिर गूंगेपन का खतरा बन जाता है.

4. प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवति महिला से हमेशा नर्म व्यवहार ही करें क्योकि उसके सामने हिंसात्मक रूप लेने से बच्चे की प्रोग्रेस में समस्या आती है. ऐसे में बच्चे में विकलांगता का खतरा ज्यादा बढ़ता है और गर्भवति महिला भी तनाव में आती है.

5. गर्भवति महिलाओं को हमेशा इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि उसके पेट से कोई भी चीज दबे नहीं वरना उसका असर सीधे बच्चे पर पड़ता है. स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए महिलाओं को पूरा आराम करना चाहिए.

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