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फैमिली ड्रामे पर अखिलेश ने ली PM पर चुटकी ‘जिस आदमी का परिवार नहीं, वहां कैसे हो सकती है लड़ाई’

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पीएम मोदी पर चुटकी ली। जी हां, शनिवार को मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने जहां एक तरफ आगामी चुनावों में समाजवादी पार्टी की भूमिका को बांधी तो वहीं बीजेपी को आड़े हाथों लेना नहीं भूलें।  सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी चुनाव में गठबंधन की जीत का दावा करते हुए बड़ा बयान दिया, जिसके बाद से  ही सियासी गलियारों में हलचलें तेज़ हो गई। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव महागठबंधन पर पूछे जाने वाले सवाल का जवाब देते हुए बोले कि आजकल बाज़ार में कई ऐसी साइकिल मौजूद है, जिसे कई लोग मिलकर चला रहे है और अपने गंतव्य पर पहुंच रहे हैं। ठीक इसी तरह से आगामी लोकसभा चुनाव में बसपा, सपा के साथ कांग्रेस की भूमिका वैसी ही होगी, क्योंकि समाजवादी पार्टी को दोस्ती तोड़ना अच्छा नहीं लगता है। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर कांग्रेस, बसपा और सपा मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी तो यूपी की 80 की 80 सीटे गठबंधन के खाते में आएंगी।

भले ही अखिलेश यादव महागठबंधन की तारीफें करते हुए नज़र आते हैं, लेकिन अगर बुनियादी सच्चाई देखी जाए तो मायावती अक्सर कांग्रेस को बीजेपी की तरह ही बताती है, जिसकी वजह से यह होता है कि अगर कांग्रेस गठबंधन में शामिल होती है, तो देखने वाली बात यह होगी कि अखिलेश यादव मायावती को किस तरह से महागठबंधन का हिस्सा बनाते हैं। वैसे अखिलेश के लिए महागबंधन को एक साथ करना मुश्किल काम नहीं है।

पारिवारिक लड़ाई पर अखिलेश का बड़ा बयान

यादव परिवार में एक बार फिर से रार सामने आ रही है, जिसकी वजह से अखिलेश यादव से जब इस मसले पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि हर परिवार में लड़ाई होती है, यह कोई अनोखा नहीं है, जो आप लोग इसको मिर्च मसाला लगाकर उछाल रहे हैं।  इस दौरान अखिलेश ने पीएम मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा कि हां, वो बात अलग है कि जिनके पास परिवार नहीं होता है, उनकी लड़ाई कैसी होगी। याद दिला दें कि 2017 से ही अखिलेश यादव के परिवार मे कलह मचा हुआ है, जोकि कुछ समय पहले शांत हो गया था, लेकिन अब एक बार फिर से शिवपाल ने अखिलेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

बहरहाल, देखने वाली बात यह होगी कि क्या अखिलेश यादव अपनी फैमिली को एक साथ कर पाएंगे, क्योंकि खबरे तो यही आ रही है कि शिवपाल ने मुलायम सिंह को उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऑफर किया है। इसके अलावा अखिलेश के कंधो पर गठबंधन की एकजुटता की भी जिम्मेदारी है, जिसे वो बखूबी निभाना चाहते हैं।

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