Spiritual

गणेश जी के दर्शन करने के दौरान भूलकर भी हुई ये गलती, तो बप्पा हो जाते हैं नाराज़

हिंदू धर्म में गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना जाता है भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता कहां गया है ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति के ऊपर भगवान गणेश जी की कृपा रहती है उसके जीवन से सभी दुख परेशानियां दूर होती हैं भगवान गणेश जी सुख समृद्धि के देवता माने गए हैं अगर कोई भी शुभ कार्य आरंभ किया जाता है तो सबसे पहले भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है और इन्हीं के दर्शन किए जाते हैं ऐसा करने से शुरू किया गया शुभ कार्य सफल रहता है और भगवान गणेश जी का आशीर्वाद मिलता है भगवान गणेश जी के दर्शन करना अत्यंत शुभकारी होता है परंतु भगवान गणेश जी का ऐसा अंग भी है जिसके दर्शन करने से भक्तों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से भगवान गणेश जी के दर्शन करते समय किन गलतियों की वजह से हमें बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।

आइए जानते हैं भगवान गणेश जी के दर्शन करते समय क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए

  • पुराणों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि गणेश जी के प्रत्येक अंग अलग-अलग चीजों का प्रतीक होती है जैसे कानों पर ऋचाएं दाएं हाथ में वर बाएं हाथ में अन्न पेट में समृद्धि नाभि में ब्रह्मांड आंखों में लक्ष्य पैरों में सातों लोक और मस्तक में ब्रह्मलोक का वास होता है इन चीजों में अच्छे और बुरे दोनों शामिल होते हैं उनके कान हाथ पेट और नाभि के दर्शन करना शुभ फल प्रदान करता है परंतु अगर उनकी पीठ के दर्शन किए गए तो इससे अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
  • अगर आप भगवान गणेश जी की पीठ के दर्शन करते हैं तो इससे आपके घर में दरिद्रता आती है इससे आपका सौभाग्य भी दुर्भाग्य में बदल जाता है आपको अपनी किस्मत का साथ नहीं मिल पाता भगवान गणेश जी के पीठ के दर्शन करने से धन संपत्ति से लेकर बहुत सी चीजों का नुकसान झेलना पड़ता है।
  • जब कोई व्यक्ति घर से किसी कार्य के लिए जा रहा हो उस समय गणेशजी की पीठ देख ले तो उसके बनते हुए कार्य भी बिगड़ जाते हैं इसकी वजह से व्यक्ति को समाज और कार्य क्षेत्र में अपमान का भी सामना करना पड़ता है।
  • शास्त्रों और वास्तु शास्त्रों में गणपति जी की पीठ के दर्शन करना अशुभ माना गया है अगर गणेश जी की पीठ के दर्शन किए जाए तो इससे कई दोष लगने की संभावना होती है इससे व्यक्ति की तरक्की भी रुक सकती है।
  • जब भी आप अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका मुंह हमेशा दक्षिण और पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे आपके घर में सुख समृद्धि आती है अगर आप इसके विपरीत दिशा में गणेश जी का मुख करते हैं तो इससे घर में दरिद्रता का वास होता है।
  • यदि आप अपने घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की प्रतिमा रखना चाहते हैं तो एक तरफ प्रतिमा रखने के बाद दूसरी तरफ भी उनकी वही प्रतिमा रखिए दोनों मूर्तियों की पीठ को मिलाकर रखिए ऐसा करने से वास्तु दोष नहीं लगता है।

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