विशेष

बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों की वजह से कांग्रेस का भारत बंद ऐलान, मिला 21 दलों का समर्थन

नई दिल्ली: यह बात किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है कि पिछले कुछ समय में डीज़ल-पेट्रोल की क़ीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है। डीज़ल-पेट्रोल की लगातार बढ़ती क़ीमतों की वजह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़े कच्चे तेल की क़ीमतों के साथ ही अन्य कई कारण भी हैं। हालाँकि जो भी हो इससे देश की जनता को ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ते डीज़ल-पेट्रोल की क़ीमतों को लेकर लगातार कांग्रेस केंद्र सरकार पर निशाना सधती रही है। कांग्रेस के पास इस समय केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ आवज उठाने का सबसे अच्छा समय भी है।

तृणमूल कांग्रेस ने भी किया कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन:

इसी वजह से कांग्रेस की तरफ़ से सोमवार को भारत बंद बुलाया गया है। कांग्रेस के इस भारत बंद का विपक्ष की 21 पार्टियों ने समर्थन भी किया है। सभी पार्टियाँ एकजुट होकर देश में बढ़ते डीज़ल-पेट्रोल और गैस की क़ीमतों के विरोध में प्रदर्शन करेंगी। एनसीपी प्रमुख शरद परवार, द्रमुक प्रमुख एम। के। स्टालिन और वामपंथी नेताओं ने कांग्रेस की तरफ़ से बुलाए गए भारत बंद का खुला समर्थन किया है। वहीं पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि जिन मुद्दों पर भारत बंद बुलाया है, इसमें वह कांग्रेस के साथ हैं।

भाजपा को नहीं है लोगों के दुःख-दर्द से मतलब:

इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि, नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 52 महीनों में देश के लोगों से 11 लाख करोड़ रुपए लूटे हैं। भाजपा सरकार चलाने की बजाय मुनाफ़ाखोरी कम्पनी चला रही है। सुरजेवाला ने कहा कि जिस तरह से हर रोज़ डीज़ल-पेट्रोल और गैस की क़ीमतें बाढ़ रही हैं, उससे किसानों को काफ़ी नुक़सान हुआ है। सुरजेवाला ने कहा कि, ‘हम माँग करते हैं कि डीज़ल-पेट्रोल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए। भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में पेट्रोल और डीज़ल की आसमान छूती क़ीमतों का कोई ज़िक्र नहीं किया गया, क्योंकि उन्हें लोगों के दुःख-दर्द से कोई मतलब नहीं है।

डीज़ल-पेट्रोल को भी लाया जाए जीएसटी के अंतर्गत:

इससे पहले कांग्रेस ने कहा कि चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स और कारोबारी संगठनों के अलावा 21 विपक्षी दलों ने कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन किया है। पार्टी की माँग है कि पेट्रोल और डीज़ल को भी जीएसटी के अंतर्गत लाया जाए, जिससे तेल की क़ीमतें 15-18 रुपए तक कम हो जाए। कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि, ‘मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बंद को हिंसा मुक्त बनाने का अनुरोध करता हूँ। हम महात्मा गांधी की पार्टी के हैं और हमें अपने आप को किसी हिंसा से नहीं जोड़ना चाहिए।’

आपको बता दें रविवार को पूरे देश में पेट्रोल और डीज़ल के दाम नई ऊँचाई पर पहुँच गए। रविवार को पेट्रोल की क़ीमतों में 12 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई वहीं डीज़ल की क़ीमतों में 10 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गयी। माकन ने कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत दुःख हुआ कि भाजपा यहाँ हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कच्चे तेल के बढ़ते दामों पर चुप्पी साधे रखी। इसके साथ ही महँगाई और रुपए की गिरती क़ीमतों के बारे में भी कोई चर्चा नहीं की गयी। ये सब ऐसे मामले हैं जो सीधे आम आदमी से जुड़े हुए हैं।

Back to top button