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सब से बड़ा रक्षा सौदा कर रहा है भारत, 114 नए लड़ाकू विमानों को खरीदने की हो रही है तैयारी

केंद्र की भाजपा सरकार राफेल डील पर लगातार विपक्ष के हमले झेल रही है ऐसे में समय मोदी सरकार एक और लड़ाकू विमान सौदा करने जा रही है।राफेल सौदे में कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार हमले कर रही हैं। 59 हजार करोड़ रूपए में 36 राफेल विमान खरीदने को लेकर सरकार आलोचना का शिकार बनी हुई है। वहीं अब बताया जा रहा है कि सरकार अब 20 अरब डॉलर में 114 नए लड़ाकू विमान खरीदने जा रही है। यह दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा सौदा होने की बात भी कही जा रही है।

देश में पहुँचे चार राफेल विमान-

बता दें कि केंद्र की वर्तमान भाजपा नीत एनडीए की सरकार ने 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल डबल इंजन वाले लड़ाकू विमान के लिए 59000 करोड़ रूपये के सौदे पर दस्तखत किए थे। आपको बता दें कि इस पर विपक्ष के लगातार हमलों के बीच 4 राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुँच गए हैं, ये अभी कुछ दिनों तक ग्वालियर एयरबेस पर रहेंगे।

जहां वायुसेना के पायलट इस पर प्रशिक्षण करेंगे। ये लड़ाकू विमान आस्ट्रेलिया में अंतराष्ट्रीय युद्धाभ्याष में शामिल हुए थे। वहां से लौटकर सीधे भारत पहुँचे हैं। जो अभी ग्वालियर एयरबेस पर रखे गए हैं।

नए लड़ाकू विमान खरीद की तैयारी-

नए लड़ाकू विमान खरीद के मामले में रक्षा मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ डिफेंस एक्वीजिशन काउंसिल इस महीने के अंत तक बैठक कर सकती है। जिसमें 114 नए विमानों के खरीद पर विचार किया जा सकता है। अगर यह सौदा होता है तो 18 विमान तीन से पांच साल के अंदर आएंगे। वहीं बाकी विमानों को विदेशी विमान कंपनियों और भारतीय विमान कंपनियों के पार्टनरशिप के सहयोग से भारत में ही विकसित किया जाएगा।

अप्रैल में शुरूआती निविदा के अनुसार रूस के सुखोई-35 विमान ने भी इस सौदे के लिए बोली लगाई है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार भारत में अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकी लाने के मकसद से अभी शुरू हुए रणनीतिक भागीदारी मॉडल के अनुसार भारतीय विमान कंपनियों के साथ मिलकर विदेशी लड़ाकू विमान निर्माता कंपनियां भारत में अत्याधुनिक लड़ाकू विमान का उत्पादन करेंगे। और सैन्य शक्ति को मजबूत करेंगे।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण जल्द ही 114 नए विमानों की खरीद के लिए हरी झंडी देने वाली हैं। बताया जा रहा है कि अगले महीने तक यह रक्षा सौदा हो जाएगा। भारत को अभी और विमान खरीदने हैं, बताया जा रहा है कि इससे पहले की डील में भारत को 136 नए विमान खरीदने थे, लेकिन भारत ने सिर्फ 36 विमान ही खरीदे।

वायुसेना ने कहा कि पुराने हो रहे हैं विमान-

वायुसेना पुराने हो चुके कुछ विमानों को बाहर कर रही है। और लड़ाकू का गिरती क्षमता का हवाला देकर विमानों की खरीदी में अधिक जोर दे रही है। बता दें कि सरकार ने पांच साल पहले मध्यम लड़ाकू विमानों के करीब 130 विमानों की खरीद को रद्द कर दिया था। उसके बाद से ये सबसे बड़ा विमान सौदा होगा।

 

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