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पुलवामा में आतंकियों के ख़िलाफ़ सेना की सबसे बड़ी कार्यवाई, 20 गाँवों की ली जा रही है तलाशी

श्रीनगर: घाटी की शांति को आए दिन भंग करने वाले आतंकियों को सबक़ सिखाने के लिए सेना ने अपनी कमर कस ली है। आतंकियों के नापाक इरादों को नाकाम करने और उनके खदेड़ने के लिए लगातार सुरक्षाबल के जवान लगे हुए हैं। इसी बीच यह जानकारी मिली की पुलवामा जिले में कई आतंकी छुपे हुए हैं। इसी वजह से सोमवार सुबह से ही सुरक्षाबलों ने हर जगह तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। आतंकी आए दिन घाटी की शांति भंग करने के लिए और दहशत फैलाने के लिए हमले करते रहते हैं।

दो दिनों में बढ़ गयी है आतंकियों की सक्रियता:

जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 20 गाँवों में आतंकी घुसकर बैठे हुए हैं। इससे पहले शोपियाँ में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया था। हालाँकि इसके बाद भी यहाँ से तीन आतंकी सफलतापूर्वक भागने में कामयाब हो गए थे। बताया जा रहा है कि घाटी में पिछले दो दिनों से आतंकी लगातार सक्रिय है। कहा जा रहा है कि आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फ़िराक़ में हैं, तभी तो दो दिनों से लगातार आतंकियों की सक्रियता बढ़ गयी है। इसी वजह से सुरक्षाबलों ने अपना सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार दक्षिण कश्मीर के शोपियाँ इलाक़े में कई आतंकवादी सक्रिय हैं। वहीं एक सितम्बर को यानी बीते शनिवार को बांदीपोरा में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकियों को मार गिराया था। आतंकियों के पास से सुरक्षाबलों ने हथियारों का भारी ज़ख़ीरा भी बरामद किया था। हालाँकि आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया था। मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए जवान की पहचान राइफ़लमैन शिव कुमार के रूप में की गयी।

दबाव बढ़ने के बाद आतंकियों ने रिहा कर दिया बंधकों को:

घाटी में आतंकियों की बढ़ती सक्रियता के साथ ही सुरक्षाबल भी चौकन्ने हो गए हैं। आए दिन आतंकियों को ढूँढ-ढूँढकर ठिकाने लगाने का काम भी तेज़ हो गया है। बता दें पिछले तीन दिनों में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में चार आतंकियों को मार गिराया है। आतंकियों के ख़िलाफ़ अभियान में अपेक्षित कामयाबी मिलने के बाद सेना ने अपनी कार्यवाई को और तेज़ कर दिया है। इससे पहले लगातार सुरक्षाबलों की कार्यवाई से बौखलाए आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाक़ों से पुलिसकर्मियों के 10 परिजनों और रिश्तेदारों को बंधक बना लिया था। लेकिन जब आतंकियों पर दबाव बढ़ने लगा तो बंधक बनाए गए परिजनों को सही-सलामत रिहा कर दिया था।

इमरान खान के सत्ता सम्भालते ही बढ़ गयी है आतंकियों की हलचल:

सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की एक सूची जारी की थी। इसी सूची का इस्तेमाल करके सुरक्षाबल की टीमें इलाक़े में सघन तलाशी में जुटी हुई है। चुन-चुन कर आतंकियों को खदेड़ने का काम तेज़ी से किया जा रहा है। पाकिस्तान की सत्ता सम्भालने के बाद इमरान खान ने कहा था कि उन्हें आतंकियों से मिलकर लड़ना होगा और आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करना होगा, लेकिन ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा है। उनके सत्ता सम्भालने के बाद से घाटी में आतंकियों की हलचल और बढ़ गयी है।

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