अध्यात्म

कई सालों बाद बना है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ऐसा योग, पूजा के लिए ये 6 बातें है जरूरी

हिंदू धर्म में एक के बाद एक त्योहार आते रहते हैं और अब आने वाला त्योहार है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जिसमें सभी भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाते हैं. भगवान विष्णु के 8वें अवतार कृष्णजी का जन्म भारत के अलावा भी कई जगह धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल कृष्ण जन्माष्टमी पर बिल्कुल वैसा ही योग बन रहा है जैसा कि द्वापर युग में श्रीकृष्ण के जन्म के समय बना था. धार्मिक तौर पर इस योग का बहुत बड़ा महत्व है क्योंकि कई सालों बाद बना है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ऐसा योग, इस बार आपको भी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करनी होगी. इस अवसर पर अगर आप व्रत नहीं भी रखते हैं और पूरे मन से पूजा करते हैं तो श्रीकृष्ण की कृपा से आपको उसका लाभ अवश्य मिलेगा.

कई सालों बाद बना है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ऐसा योग

इस साल 2 या 3 सितबंर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पड़ रही है जिसे दुनिया में भारत के अलावा भी कई जगह मनाया जाता है. इस बाक के जन्माष्टमी में त्रिपुष्कर योग बन रहा है, इस योग में जिसे भी कोई शुभ काम करना हो वो कर सकता है क्योंकि उनको इसका तीन गुणा लाभ मिलता है. चलिए बताते हैं इस जन्माष्टमी आपको कौन से काम नहीं करने चाहिए.

1. अगर आप इसमें किसी की निंदा करते हैं या फिर अपने लाभ के लिए किसी को नुकसान पहुंचाते हैं तो आपको इसका तीन गुणा पाप भी मिल सकता है. इसलिए आपको कोई भी बुरा काम करने से बचना चाहिए.

2. अगर आपके घर में कृष्ण जी की पुरानी मूर्तियां रखी हैं तो उन्हें भी माखन और मिश्री का भोग लगाना चाहिए. कुछ लोग नई मूर्तियों की पूजा करते है और पुरानी मूर्तियों को गंगा जी में प्रवाहित कर देते हैं, ऐसा करना अशुभ होता है.

3. जन्माष्टमी के दिन अपने मन को शांत रखें और ईश्वर का ध्यान रखें. इस दिन घर में शांति और सद्भाव की भावना बनाकर रखने से माता प्रसन्न हो जाती है. जन्माष्टमी को सिद्धि की रात कहा जाता है जिस दिन अध्यात्म पर ध्यान देना जरूरी होता है इसलिए इस दिन वाद-विवाद और कलह से बचना अच्छा रहता है.

4. शास्त्रों के अनुसार, जन्माष्टमी, शिवरात्रि और नवरात्रि के दिनों में इंसान को संयम का पालन करना चाहिए. इन रातों में पति-पत्नी को संबंध बनाने और काम भाव नियंत्रण रखना चाहिए, इससे व्रत सफल होता है और पुण्य मिलता है.

5. जन्माष्टमी का त्योहार लोगों को धूमधाम से मनाना चाहिए और इस बार के योग को देखते हुए इस दिन को यूंही नहीं जाने दें. सुबह उठकर स्नान करके श्रीकृष्ण की पूजा करना बेहतर होता है. इस दिन गीता, विष्णुपुराण, कृष्णलीला जैसे पाठ शुभ होते हैं.

6. भगवान विष्णु को तुलसी बहुत प्रिय है और विष्ण पुराण के मुताबिक, भगवान के भोग मे तुलसी का पत्ता जरूर शामिल करें. बिना तुलसी के पत्ते के भगवान विष्णु प्रसाद को स्वीकार नहीं करते और श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के ही अवतार हैं तो उनके प्रसाद में भी तुलसी का पत्ता जरूर मिलाएं.

7. कृष्ण जन्माष्टमी पर किसी को भी मांस या मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी पूजा स्वीकार नहीं होगी और आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

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