राजनीति

रातभर LG के वेटिंग रूम में सोए धरना किंग केजरीवाल, प्रदर्शन अभी भी जारी

बड़बोले बयान और धरना की छवि रखने वाले केजरीवाल इन दिनों नया धरना करते हुए नजर आ रहे हैं। जी हां, केजरीवाल को पहले आपने सड़को पर धरना करते हुए देखा होगा, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि केजरीवाल किसी के घर में धरना कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की यह पुरानी आदत है कि जब उनकी बात कोई नहीं सुनता है, तो वो धरने पर बैठ जाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें धरना किंग के नाम से भी जाना जाता है। धरना से ही सत्ता तक पहुंचे केजरीवाल अपनी इस आदत को छोड़ नहीं पा रहे हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल समेत कुछ मंत्री कल से ही दिल्ली के एलजी अनिल बैजल के घर के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बीती रात केजरीवाल और उनके कुछ मंत्रियों ने अनिल बैजल के दफ्तर के वेटिंग रूम में सोकर रात गुजारी है, जिसके बाद से यह मामला बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल इस बार भी तीन मांगो को लेकर अड़े हुए हैं। इस बार एलजी के घर से न जाने की भी धमकी दे रहे हैं।

गौरतलब है कि हम सभी जानते हैं कि केजरीवाल कई बार यह कहते हुए नजर आते हैं कि केंद्र सरकार से मिलकर एलजी उन्हे काम नहीं करने देते हैं, ऐसे में वो काम नहीं कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं, केजरीवाल तो यह भी आरोप लगा चुके हैं कि बीजेपी के साथ मिलकर एलजी उनकी सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश भी कर रहे हैं। इन सबके बीच एलजी ने भी केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री उन्हें हड़ताल खत्म करने की धमकी दे रहे हैं।

बताते चलें कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल के इस धरने को लेकर एलजी के घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो अगर एलजी ने मांगे नहीं मांगी तो केजरीवाल का यह प्रदर्शन बड़ा हो सकता है, ऐसे में वक्त की नजाकत को समझते हुए सुरक्षा व्यवस्था को टाइट कर दिया गया है, ताकि किसी भी तरह से कोई भी बड़ा प्रदर्शन न हो सके।

क्या है केजरीवाल की मांगे ?

दरअसल, सीएम केजरीवाल ने आईएएस अधिकारियों को हड़ताल खत्म करने का निर्देश देने, चार महीनों से कामकाज रोक कर रखे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उनकी सरकार की ‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ राशन’ योजना के प्रस्ताव को मंजूरी देने समेत तीन मांगें की है। इन सबके के अलावा केजरीवाल एजली दिल्ली छोड़ा का नारा भी लगा रहे हैं। केजरीवाल की मांग है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य घोषित किया जाए।

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