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प्यार किसी सरहद का मोहताज़ नहीं होता, इस रुसी महिला अधिकारी ने साबित किया!

आपने रिफ्यूजी फिल्म का वो गाना तो सुना ही होगा? पंक्षी, नदियाँ, पवन के झोकें…..कोई सरहद ना इन्हें रोके। यही बात प्रेम करने वालों के ऊपर भी लागू होती है। दो प्रेम करने वालों के लिए सरहदें कोई मायने नहीं रखती है और साथ ही साथ भाषा, बोली रंग- रूप का भी कोई मतलब नहीं होता है। जब प्रेम की आग भड़कती है तो वो सारे बन्धनों को तोड़ देती है। ऐसा आपने अक्सर फिल्मों में होते देखा होगा। लेकिन आज मैं आपको ऐसी एक सच्ची घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ। जिसे सुनकर आपको यकीन हो जायेगा कि वाकई प्रेम में किसी भी चीज का बंधन नहीं होता है, और इसके रास्ते में कोई नहीं आता है। यह घटना गोवा की है। (Russian Women married to an Indian Bartender , Love has no boundary )

वहाँ अभी एक मामला देखा गया है, जिसकी चर्चा गोवा के साथ- साथ देश के अन्य हिस्सों में भी हो रही है। वहाँ रूस की रहने वाली एक महिला ने एक भारतीय बारटेंडर(Indian Bartender) से शादी की है।

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मुलाकात सोशल मीडिया के जरिये होती थी

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले रूस की पार्लियामेंट हाउस के इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट की अफसर अनस्तस्था गोवा आयी हुई थी। वहाँ उनकी मुलाकात बार टेंडर नरेन्द्र से हुई। नरेन्द्र मध्य प्रदेश के एक मजदूर परिवार से ताल्लुक रखता है। दोनों की बोली- भाषा अलग थी, लेकिन दोनों आपस में टूटी- फूटी अंग्रेजी में बात करते थे। धीरे- धीरे दोनों में प्रेम बढ़ा और अनस्तस्था उससे मिलने के लिए समय समय पर गोवा आती रहीं। जब अनस्तस्था रूस में होती थी तब उनकी मुलाकात सोशल मीडिया के जरिये होती थी। दोनों का प्रेम जब हद से ज्यादा बढ़ गया तब दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। अनस्तस्था ने नरेन्द्र को मास्को बुला लिया और दोनों ने वहीँ विधिवत शादी कर ली।

अनस्तस्था अब नरेन्द्र को अपने साथ रूस ले जाने वाली है और दोनों वही मिलकर अपने नए जीवन की शुरुआत करने वाले हैं। नरेन्द्र ने सागर के कलेक्टर दिनेश श्रीवास्तव को अपने शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए अर्जी भी दे दी है। नरेन्द्र ने बताया कि वह अपनी पत्नी अनस्तस्था को गाँव भी ले गया था। वहाँ उसने अपने माँ- बाप से अनस्तस्था को मिलाया। वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है जैसे ही वीजा मिलता है दोनों रूस चले जायेंगे।

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