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राहुल के सपने पर ममता ने फेरा पानी, कहा ‘कांग्रेस की हालत भूल रहे हो क्या?’

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष भले ही एकजुट के कगार पर हो, लेकिन उनकी एकजुटता में पीएम उम्मीदवार को लेकर बड़ा झोल देखने को मिल सकता है। राहुल गांधी के बयान पर हर कोई अपनी प्रतिक्रिया देता हुआ नजर आ रहा है, जिससे यह साफ हो रहा है कि सिवाय शिवसेना के कोई औऱ नहीं चाहता है कि राहुल गांधी पीएम बने, क्योंकि कांग्रेस अकेले दम पर बहुमत नहीं ला सकती है, ऐसे में पार्टी को समर्थन के साथ ही सरकार बनाना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

राहुल गांधी के बयान को लेकर ममता बनर्जी ने एक टीवी चैनल को इंटरव्यू पर टिप्पणी दी। ममता ने यह साफ कह दिया कि कांग्रेस चाहे जितना जोर क्यों न लगा ले, वो कभी भी बहुमत लेकर सत्ता में वापसी नहीं कर सकती है, क्योंकि कांग्रेस की पुरानी नीतियों से लोग ऊब चुके हैं, ऐसे में राहुल गांधी अपने विचार को लेकर भले ही स्वतंत्र हैं, लेकिन की मौजूदा हालात बिना क्षेत्रीय पार्टियों को साथ लिये केंद्र तक पहुंचने में सक्षम नहीं है, जिसकी वजह से अब राहुल गांधी जब भी बयान दे तो गठबंधन को ध्यान में रखते हुए ही बयान दें।

ममता बनर्जी और कांग्रेस ने अभी खुलकर एक दूसरे को समर्थन देने की बात भले ही न कहीं हो लेकिन चुनाव के बाद नतीजों को देखते हुए ये दोनों पार्टियां भी साथ आ सकती है, ऐसे में ममता बनर्जी अपना एक एक बयान बहुत ही सोच समझकर देती हुई नजर आ रही है। बता दें कि राहुल के दोस्त अखिलेश और ममता की बहुत बनती है, तो ऐसे में सिर्फ अखिलेश के कंधो पर ये सारी जिम्मेदारियां है कि अखिलेश महागठबंधन को मजबूत कर उसे 2019 में  विपक्ष की ताकत को बनाएं।

ममता का बयान राहुल स्वतंत्र हैं

बता दें कि राहुल गांधी ने कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है, तो मैं प्रधानमंत्री बनूंगा। ऐसे में ममता बनर्जी ने कहा  कि राहुल गांधी अपने विचार रखने के लिए पूरी तरह से आजाद हैं, लेकिन राहुल गांधी को यह ध्यान में रखना चाहिए कि मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से खत्म होने के कगार पर हैं, ऐसे में अब राहुल को इस तरह के बयानबाजी से बचना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन की बात होती है, तो यह महागठबंधन के सभी लोग मिलकर तय करेंगे कि पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा?

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