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जन आक्रोश रैली की तैयारी में जुटी कांग्रेस, 2019 से पहले शक्ति दिखाएंगे राहुल गांधी

कांग्रेस की कमान संभालने के बाद पहली बार राहुल गांधी सरकार के खिलाफ जन आक्रोश रैली निकालने के लिए तैयारियां कर रहे हैं। इस रैली पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों की निगाहें टिकी हुई है, क्योंकि इससे 2019 की दशा और दिशा थोड़ी थोड़ी साफ हो जाएगी। बता दें कि इस रैली को लेकर राहुल गांधी ने अपने नेताओं को सख्त आदेश दिया है, जिसकी वजह से उपवास का उपहास वाला नजारा यहां देखने को नहीं मिल सकता है। राहुल गांधी ने सख्त हिदायत भी दी है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

राहुल गांधी दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को बैकफुट पर लाएंगे। राहुल का यह प्लान 2019 चुनाव के लिए है। चुनाव से पहले अपनी लोकप्रियता को आकेंगे ताकि उसी तरह से वो 2019 में अपना चुनावी प्लान तैयार कर सके। बता दें कि इस रैली में कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की कोशिश में है, ताकि इस रैली से बीजेपी पर थोड़ा दबाव बनाया जा सके, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इस रैली को अभी से ही फ्लॉप बता रही है, लेकिन उसे भी राहुल के इस रैली का बेसब्री से इंतजार है।

बताते चलें कि 29 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली जनआक्रोश रैली को लेकर कांग्रेस खास तैयारी कर रही है, इसके लिए कांग्रेस के सभी नेताओं को भीड़ जुटाने का आदेश दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि इस रैली के आयोजन को जन जन तक पहुंचाया जा सके ताकि हर कई इस रैली में अपना आक्रोश दिखा सके। बता दें कि रैली में जितनी ज्यादा भीड़ होगी उतना ही कांग्रेस का कद ऊंचा होगा, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी पर भारी दबाव पड़ेगा, ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि राहुल गांधी अपने इस मकसद में  सफल हो पाते हैं या नहीं।

आपको बता दें कि पार्टी हाईकमान इस गर्मी एक लाख लोगों के रैली में आने की संभावनाएं जता रही है, जिसके लिए राहुल गांधी ने सभी नेताओं का कहा है कि प्रदेश से लोगों को रामलीला मैदान में एकत्रित करे। ऐसे में अगर राहुल गांधी की यह मकसद पूरा हुआ तो उनका कद तो बढ़ ही जाएगा। यहां आपको बता दें कि यह रैली मध्यप्रदेश चुनाव और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के तमाम योजनाओं को लेकर राहुल गांधी बीजेपी को घरेंगे तो वहीं पीएम मोदी को इस रैली में घेरने से एक बार फिर से पीछे नहीं हटेंगे।

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