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यूपी में नहीं होगी विधान परिषद की वोटिंग, जानिये क्या है मामला?

यूपी विधान परिषद के चुनाव को लेकर बड़ी तैयारियां नजर आ रही थी, लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर आ रही है, जिसकी वजह से चुनाव की तैयारियां फीकी पड़ गई। जी हां, विधान परिषद के लिए वोटिंग 26 अप्रैल को पड़ने वाली थी, लेकिन अब वोटिंग नहीं होगी, इसके पीछे चौंका देने वाली वजह है। यूपी विधान परिषद की दौड़ में अखिलेश, मायावती और योगी के है, ऐसे में ये तीनों ही अपनी पार्टियों के लिए जमकर तैयारियां कर रहे थे। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

उत्तर प्रदेश की 13 विधान परिषद की सीटों के लिए वोटिंग 26 अप्रैल के लिए होने वाली थी, जिसके लिए आज नामांकन का आखिरी तारीख है, ऐसे में तीन बजे तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, जिसके बाद आज ही नये सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा, जिसकी वजह से अब वोटिंग की प्रक्रिया नहीं होगी। यहां हैरान होने वाली नहीं है कि क्योंकि इन सीटो पर सभी निर्विरोध चुने जाएंगे, जिसकी वजह से वोटिंग कैसिंल हो गई है। बता दें कि जिन सदस्यों की सदस्यता खत्म हो रही है, उनमें अखिलेश यादव भी शामि है, ऐसे में अब अखिलेश किसी भी विधान परिषद के सदस्य नहीं रहेंगे।

बताते चलें कि यूपी की 13 विधान परिषद की सीटों में से 11 पर बीजेपी की जीत तय है, तो वहीं एक एक सीटों पर सपा और बसपा की जीत तय है, जिसकी वजह से वोटिंग नहीं की जाएगी, निर्विरोध ही सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि 13 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल 5 मई को समाप्त हो रहा है, जिसके बाद नव निर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा, ऐसे में आज ही सदस्यों के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा। तीन बजे तक जिसको भी अपना नामाकंन वापस लेना है, वो ले सकता है, जिसके बाद नये सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

बीजेपी ने इस दौड़ के लिए बागी नेताओं को भी टिकट दिया है। ये वो नेता है, जो सपा और बसपा को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए है। इन सबके साथ बीजेपी अपनी सहयोगी दल की मदद से 11 सीटों पर कब्जा करने वाली है। यहां हैरान कर देने वाली बात यह है कि यूपी विधान परिषद की वोटिंग जिस दिन तय थी, उस दिन अब वोटिंग नहीं होगी, ऐसे में अब तीनों ही पार्टियों के अपने अपने सदस्य निर्विरोध जीत जाएंगे।

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