राजनीति

जल रही थी महिला की लाश तभी धमाके से फटा पेट और उछलकर बाहर आ गिरा मृत बच्चा

रायगढ़/छत्तीसगढ़ – अमूमन हमें डॉक्टरों की लापरवाही की खबरे पढ़ने को मिलती ही रहती हैं। लेकिन, एक ऐसा मामला सामने आया है जो डॉक्टरों की लापरवाही को बयां करता है। मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का है। खबर के मुताबिक, यहां एक महिला की लाश को चिता पर जलाया जा रहा था और उसी वक्त जलती चिता पर महिला का पेट फटा व नवजात बच्चा उछलकर बाहर आ गिरा। बताया जा रहा है कि प्रसूता को चिता पर लिटाया गया था तभी अचानक उसका पेट फट गया। इसके बाद नवजात बाहर उछलकर चिता के पास गिर पड़ा। इस मामले से लोगों में अस्पताल के डॉक्टरों के प्रति काफी गुस्सा है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, रायगढ़ की डभरा कौंलाझर की रहने वाली 22 वर्षीय गर्भवती महिला की डिलीवरी का समय डॉक्टर्स ने कुछ दिनों बाद का बताया था। इसी बीच एक दिन उसके हाथ-पैर में अचानक सूजन आने लगी। इसके बाद महिला के परिजनों ने उसे वहां के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने महिला की जांच की और कहा कि उसके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है जिसके लिए 3 यूनिट ब्लड चढ़ाने की जरूरत थी। लैब प्रभारी ने परिजनों को बताया कि महिला का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव है।

इसके बाद परिजनों ने काफी दौड़ भाग करने के बाद ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव के 3 यूनिट इकट्ठा किये। इसके बाद जब वो बल्ड जमा करने पहुंचे तो लैब प्रभारी ने उनसे ए निगेटिव ग्रुप का ब्लड लाने को कहा। यानि लैब के कर्मचारियों ने ब्लड ग्रुप गलत बताया था। इसके बाद परिजनों ने करीब 6 हजार रु. खर्च करके ए निगेटिव ब्लड खरीदा। लेकिन, इन सबके बीच काफी द देर हो चुकी थी और महिला की मौत हो गई। यह पूरा मामला अस्पताल की लापरवाही को दिखाता है। लेकिन अस्पताल की लापरवाही यहीं खत्म नहीं हुई।

जलती चिता पर महिला का पेट फटा और फिर…

हैरानी की बात तो ये है कि महिला की मौत के बाद भी डाक्टर्स ने उसके पेट में पल रहे बच्चे के बारे में कुछ नहीं सोचा और न ही इसके बारे में उसके परिजनों को बताया। जबकी अस्पताल के डॉक्टर्स को मालूम था कि वह महिला गर्भवती है। महिला के पति के मुताबिक, पत्नी का अंतिम संस्कार करते वक्त चिता पर ही उसका पेट फटा और बेटा बाहर आ गिरा। पति के मुताबिक, जलती चिता पर महिला का पेट फटा और हमारा नवजात बच्चा बाहर आ गिरा। हम बस देखते रह गए। पिता ने कहा कि मैं अपने कलेजे के टुकड़े को सीने से भी नहीं लगा सका।

उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी लापरवाही से ही उनकी पत्नी और बेटे की जान गई है। उन्होंने बताया की यह हमारा पहला बच्चा था इसलिए घर में सभी खुश थे। लेकिन, अस्पताल के डॉक्टर और स्टॉफ की लापरवाही के कारण मेरा संसार उजड़ गया। इसके अलावा, उन्होंने अस्पताल में इलाज के नाम पर लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जलती चिता पर महिला का पेट फटा और बच्चा बाहर गिरता देख एक पिता को कितना दुख हुआ होगा ये सिर्फ वही समझ सकता है।

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