राजनीति

5 बार सांसद और 4 बार MLA रह चुके हैं ये, 58 शादियां करके पत्नियों के नाम तक गए हैं भूल

रांची – आज हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं तो 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रह चुके है। इसकी लाइफ इतनी दिलचस्प है कि हर कोई इनके बारे में जानकर हैरान है। हम बात कर रहे हैं झारखंड के चाईबासा से 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रह चुके बागुन सुम्ब्रुई की जो आज भी दो कमरों के घर में रहते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की इतने बार सांसद और विधायक रह चुके बागुन सुम्ब्रुई साल 1942 के बाद से अपने शरीर के ऊपर कपड़े नहीं पहनते हैं। झारखंड के चाईबासा से सांसद बागुन सुम्ब्रुई की सादगी कुछ ऐसी है कि वो गांधी परिवार के सबसे चहेते सांसदों में से एक रहे हैं। तो आइये आपको बताते हैं झारखंड के चाईबासा से सांसद बागुन सुम्ब्रुई के जीवन के बारे में जो बेहद दिलचस्प है।

ऐसा रहा है झारखंड के चाईबासा से सांसद बागुन सुम्ब्रुई का जीवन

झारखंड के चाईबासा से सांसद बागुन सुम्ब्रुई सिर्फ धोती पहनकर ही संसद भवन और विधानसभा जाते थे। वो झारखंड राज्य के पहले विधानसभा उपाध्यक्ष थे। कहा जाता है कि जितनी बार उन्होंने चुनाव जिता उतनी शादियां की। 94 साल के बागुन अपनी सादगी के लिए कांग्रेस सरकार में सबसे चहेते सांसद रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की बागुन सर्दी हो गर्मी हो या बरसात केवल एक धोती लपेटकर ही रहते हैं। यहां तक की संसद भवन और विधानसभा में भी ऐसे ही आते थे।

बागुन ने कुल 58 शादियां की हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि वो अपनी कई बीवियों के नाम तक भूल चुके हैं। बागुन ने 75 साल पहले पहली शादी की थी और उसके बाद वो 57 शादियां और कर चुके हैं। गौरतलब है कि आदिवासी समुदाय में एक से ज्यादा पत्नियां रखने पर कोई रोक नहीं है। बागुन के लिए 16,108 शादियां करने वाले भगवान कृष्ण उनके प्रेरणा का स्रोत हैं। वो उन्हीं को अपना प्रेरण स्रोत मानकर वंचित-शोषित महिलाओं की मदद करने के लिए उन्हें अपने साथ रखने को उचित मानते हैं। इसिलिए उन्होंने 58 शादियां की हैं।

इस वजह से की हैं कई शादियां

16,108 शादियां करने वाले भगवान कृष्ण के प्रति आस्था और उन्हें अपना प्रेरणा स्रोत मानने वाले झारखंड के चाईबासा से सांसद बागुन सुम्ब्रुई का कहना है कि वो कभी किसी लड़की या महिला के पीछे नहीं भागे। बागुन के मुताबिक, लड़कियां और महिलाएं खुद उनकी तरफ आकर्षित होती थीं। इसिलिए उन्होंने इतनी शादियां कर लीं। बागुन के मुताबिक, वो किसी लड़की या महिला को निराश नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इतनी शादियां की।

साल 1942 में पहली शादी करने वाले बागुन की कई बेटे-बेटियां और पोते-पोतियां हैं। आलम ये है कि वो अपनी कई पत्नियों और बच्चों व पोते-पोतियों के नाम तक भूल गए हैं। बागुन के मुताबिक, ज्यादातर आदिवासी महिलाओं ने उनसे इसलिए शादी की, क्योंकि वो सांसद थे। आपको जानकर हैरानी होगी की बागुन अपनी बेटी की क्लासमेट से भी शादी कर चुके हैं। आपको बता दें कि सांसद के मुताबिक उनकी 40 पत्नियां हैं जबकि लोगों के मुताबिक वो 58 शादियां कर चुके हैं।

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