राजनीति

दूधमुंहे बच्चे को पहले पिलाया दूध फिर शादी करने के लिए मंडप में बैठ गयी महिला, कहानी जान उड़ जाएंगे होश

बच्चे को दूध पिलाया फिर की शादी: अक्सर हम आपको समाज में बारे में कई चीजें बताते रहते हैं। जिस तरह से समय के साथ सभी चीजें बदलती रहती हैं, उसी तरह से हमारा समाज भी बदलता है। पहले की अपेक्षा आज समाज में काफी बदलाव हो चूका है। पहले जहाँ समाज में शादीशुदा महिला दूसरी शादी के बारे में सोचती भी नहीं थी, आज वहीँ शादीशुदा होने के बाद भी भारत की महिलाएं किसी और के साथ शादी के लिए तैयार हो जाती हैं। कई महिलाएं तो अपना घर-बार और बच्चा छोड़कर अपने प्रेमी के साथ भाग भी जाती हैं।

दिया गया सरकार को धोखा देने का काम:

प्यार के बारे में कहा जाता है कि जब व्यक्ति किसी के प्रेम में होता है तो उसे सही और गलत में अंतर करना नहीं आता है। उसके लिए पूरी दुनिया झूठी और उसका प्रेम ही सच्चा लगने लगता है। कई बार इसी प्रेम के वशीभूत होकर प्रेमी जोड़े कई गलत काम भी कर देते हैं। समाज में ऐसी कई घटनाएँ देखने को मिली हैं, जिसमें महिला ने अपने पति को छोड़कर किसी और पुरुष से शादी कर ली। लेकिन आज हम आपको जिस शादी के बारे में बताने जा रहे हैं, वह सही मायनें में अजीबो-गरीब शादी कहलाएगी, जिससे सरकार को धोखा देने का काम किया गया।

कई जोड़ों ने पैसे के लालच में की दुबारा शादी:

आपकी जानकारी के लिए बता दें मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चलाया जा रहा है। इसके तहत गरीब तबके के लोगों की शादी करवाई जाती है। इसी योजने के तहत गुरुवार को 1235 जोड़ों की शादी और 19 जोड़ों का निकाह हुआ। सामूहिक विवाह समारोह में काफी भीड़ हो इसलिए कई शादी-शुदा जोड़ों ने दुबारा शादी की। आपको बता दें उन जोड़ों ने पैसे के लालच में ऐसा किया। फोटो में दिख रहा जोड़ा मनावर तहसील के उमरबन विकासखंड के पाडला गाँव का है।

सात फेरे लेने से पहले पिलाया बच्चे को दूध:

एक तरह से कहा जाये तो इस सामूहिक शादी के दौरान सरकार की आँखों में धुल झोकने के पूरा काम किया गया। वधू का नाम रेशमा और वर का नाम पिंटू है। आपको जानकार और भी हैरानी होगी कि रेशमा ने मंडप में शादी करने से पहले अपने दूधमुंहे बच्चे को दूध पिलाया फिर सात फेरे लिए। जब दुबारा शादी करवाने का मामला उठा तो जिला पंचायत सीईओ रवीन्द्र चौधरी ने बात ग्राम पंचायत सचिव के ऊपर डाल दी। उन्हने कहा कि विवाह का पंजीयन ऑनलाइन होता है जिसका सत्यापन ग्राम पंचायत के सचिव करते हैं।

मुख्यमंत्री बनने से पहले करवाता था शादियाँ:

जानकारी के अनुसार इस दौरान जिन विवाहित लोगों की दुबारा शादी हुई है, उनसे गृहस्थी का सामान वापस लिया जायेगा। इस विवाह कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे हुए थे। उन्होंने कहा कि मैं शादियाँ मुख्यमंत्री बनने से पहले से करवाता था। अब मुख्यमंत्री बनने के बाद से सामूहिक विवाह करवा रहा हूँ। उन्होंने शादी में दुल्हों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मेरी भांजियों और बेटियों को हमेशा खुश रखना। उनसे कभी लड़ाई मत करना, वर्ना शिवराज से लड़ाई हो जाएगी।

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