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JCB में फंसकर कटा कोबरा, बदला लेने आई नागिन, उसके बाद जो हुआ जानकर यकीन नहीं होगा

नाग–नागिन की कहानियां आपने फिल्मों में खूब देखी होंगी. ऐसी ही एक असली कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं. दरअसल, पानीपत-खटीमा हाईवे पर पुलिया का निर्माण चल रहा था. वहां मिट्टी का खदान करते समय एक ऐसी घटना घटी जिसे देखकर मजदूरों का मुंह कलेजे को आ गया. खुदाई करते वक्त एक कोबरा नाग जेसीबी के पंजे में फंसकर कट गया. उसके बाद एक नागिन बदला लेने पहुंची जिसे देखकर मजदूर डर से दहल गए.

नागिन कोबरा के मौत से बौखलाई थी. उसने जेसीबी पर कब्ज़ा कर लिया था. जेसीबी पर मौजूद चालक और मजदूर नागिन को देखकर घबरा गए. नागिन सामने फन फैलाये मजदूर और जेसीबी चालक के सामने बैठी थी. यह नजारा देखकर सब घबरा गए और जेसीबी से कूद गये. आपको जानकर हैरानी होगी कि नागिन 24 घंटे तक एक ही स्थान पर बैठ फुंकारती रही. इस दौरान वहां लोगों की भीड़ लग गयी. बाद में एक सपेरा को नागिन पकड़ने के लिए बुलाया गया जिसने काफी मशक्कत के बाद नागिन को अपने वश में किया.

आंख के सामने मंडरा रही थी मौत

शुक्रवार की सुबह कुछ मजदूर मिट्टी का खदान करने पहुंचे. मिट्टी का खदान करते वक्त नहर पटरी से कई सांप और गोए आदि निकले. इसी बीच उनसे गलती से एक कोबरा जेसीबी में फंसकर कट गया. उन्होंने मरे हुए कोबरा को एक नहर के किनारे डाल दिया. इसके बाद वह जेसीबी पर ही बैठकर खाना खाने लगें. जेसीबी चालक ने जैसे ही खाने का पहला निवाला लिया उसने देखा कि सामने फन फैलाये नागिन बैठी है.

यह नजारा देखकर उसका कलेजा मुंह को आ गया. उसे सामने अपनी मौत मंडराती हुई दिखने लगी. उससे महज दो फीट की दूरी पर नागिन फन फैलाये खड़ी थी. गुस्साई नागिन को देखकर चालक घबरा गया और उसने तुरंत जेसीबी से छलांग लगा दी. चालक के साथ कुछ मजदूर भी खाना खाने बैठे थे उन्होंने भी तुरंत छलांग लगा दी. कुछ देर के लिए नागिन की दहशत सबके जहन में बैठ गयी थी. इस हादसे की खबर धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल गयी और देखने वालों का जमावड़ा लग गया. लोगों ने नागिन को भगाने की हर संभव कोशिश की लेकिन वह अपनी जगह से हिली नहीं. कई संपेरे भी नागिन को पकड़ने के लिए बुलाये गए लेकिन सभी नाकामयाब रहे.

नागिन को पकड़ने के लिए बुलाया गया किशन को

उसके बाद नागिन को पकड़ने के लिए जनपद मुरादाबाद थाना ठाकुरद्वारा के ग्राम करनपुर डिलारी निवासी किशन पुत्र राम सिंह को बुलाया गया. करीब डेढ़ घंटे बाद वह नागिन को पकड़ने में सफल हुआ. नागिन के पकड़ में आने के बाद गांव वालों की जान में जान आई. इस बहादुरी के लिए पूर्व ग्राम प्रधान ने किशन को पांच हजार रुपये का ईनाम भी दिया. वह पकड़ी गयी नागिन को अपने साथ ले गया. बता दें कि किशन बेहद खतरनाक सांपों के साथ अठखेलियां करने के लिए प्रसिद्ध है. उसे सांपों को पकड़ने और उनका जहर मथने में महारथ हासिल है. वह सांप पकड़ने का ये खतरनाक काम पिछले 20 सालों से करता आ रहा है. वह सांप के व्यहवहार और उनके आचरण से भली भांति वाकिफ है.

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