अध्यात्म

भूलकर भी नहीं सोना चाहिए इन तीन समयों में, स्वास्थ्य और धर्म दोनो ही दृष्टि से होता है हानिकारक

भूलकर भी ना सोएँ इन समयों में:सोना आख़िर किसे पसंद नहीं होता है। कुछ लोगों को तो सोना इतना ज़्यादा पसंद होता है कि वह दिन-रात बस सोना ही चाहते हैं, लेकिन आपको जानकार काफ़ी हैरानी होगी कि बिना समय के सोने से ना केवल आपके स्वास्थ्य को नुक़सान पहुँचता है, बल्कि यह धार्मिक दृष्टि से भी बहुत अशुभ माना जाता है। हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति वर्जित किए गए समय में सोते हैं, उनके ऊपर देवी-देवताओं की कभी कृपा नहीं होती है।

भविष्यपुराण के अनुसार जानें महत्वपूर्ण बात:

आज के इस आर्थिक युग में धन-दौलत की क्या महत्ता है, यह किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है। हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसके पास ख़ूब सारी दौलत हो जिससे वह जीवन के सभी ऐशो-आराम हासिल कर सके। कुछ लोग इसके लिए ख़ूब मेहनत भी करते हैं, लेकिन इसका कोई फ़ायदा नहीं होता है। जबकि वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बिना मेहनत के भी ख़ूब धन इकट्ठा कर लेते हैं। कई बार लोग इसका मतलब नहीं समझ पाते हैं, लेकिन शास्त्रों में इसके पीछे के कारणों के बारे में बताया गया है। भविष्यपुराण के अनुसार तीन ऐसे समय के बारे में बताया गया जिस समय भूलकर भी नहीं सोना चाहिए।

भूलकर भी ना सोएँ इन समयों में:

*- देर तक सोना:

शास्त्रों में देर तक सोने को बहुत बुरा माना गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी देर का तक सोना हानिकारक होता है। सुबह के समय जागने पर सूर्य की किरणों से निकलने वाली किरणे हमारे शरीर को कई तरह से फ़ायदा पहुँचाने का काम करती हैं। शास्त्रों के अनुसार जो लोग देर तक सोते हैं उनके ऊपर धन की देवी महालक्ष्मी की कभी कृपा नहीं होती है। ऐसे लोगों के पास कितना भी पैसा क्यों ना हो वे कभी भी संतुष्ट नहीं रहते हैं। ऐसे लोगों को हर समय मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग ज़्यादा समय तक स्वस्थ्य भी नहीं रह पाते हैं। इसीलिए हर व्यक्ति को सूर्योदय से पहले ही उठ जाना चाहिए। सुबह का समय स्वास्थ्य के दृष्टि से वरदान होता है। शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त के विशेष महत्वों के बारे में बताया गया है।

*-दोपहर में सोना:

कुछ लोगों की आदत होती है कि वह सुबह तो जल्दी जग जाते हैं कि उसकी पूर्ति के लिए दोपहर में सो जाते हैं। शास्त्रों में दोपहर में सोना अपशकुन माना जाता है। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफ़ी नुक़सानदायक होता है। दिन में सोने वाले लोग मोटापे के शिकार हो जाते हैं। दोपहर में सोने से पचानतंत्र ख़राब हो जाता है जिससे स्वास्थ्य सम्बंधी कई परेशनियाँ खड़ी हो जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार दोपहर का समय कर्म करने के लिए श्रेष्ठ समय होता है, इसलिए इस समय में काम करना चाहिए।

*- सूर्यास्त के समय सोना:

यह सोने का तीसरा ग़लत तारिक होता है। कुछ लोग सूर्यास्त के समय भी सोते हैं। आपको बता दें शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त का समय देवी-देवताओं की पूजा का समय होता है। जो लोग इस समय सोते हैं, उनके उओर कभी भी किसी देवी-देवता की कृपा नहीं होती है। बिना कारण जो लोग सूर्यास्त के समय सोते हैं उन्हें किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है। एक प्राचीन मान्यता के अनुसार सूर्यास्त के समय सभी देवी-देवता पृथ्वी का भ्रमण करते हैं। जो लोग इस समय सोते हैं वो दुर्भाग्य के शिकार होते हैं।

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