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हनीट्रैप: जानें किस तरह खूबसूरत महिला सैनिकों का इस्तेमाल कर भारतीय जवानों को फंसा रहा है पाक

खबर है कि एटीएस ने कच्छ से दो संदिग्ध पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। (Pakistani female soldiers soldiers Honeytrap).

बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इन्हें फांसने के लिए हनीट्रैप का जाल बिछाया था। दोनों को एक ही पाकिस्तानी महिला के जरिए हनीट्रैप में फंसाया गया। फिर उनसे पाकिस्तान के लिए जासूसी कराई जाने लगी।

क्या होता है ‘हनी ट्रैप’-  

दुनिया के सभी देश अपने दुश्मन का राज जानने के लिए अकसर नए-नए हथकंडे आजमाते रहते हैं। आमने-सामने कि लड़ाई कि तुलना में दुश्मन के घर में सेंध लगाकर अहम जानकारी जुटा लेना और इसका इस्तेमाल दुश्मन के खिलाफ रणनीति बनाने में करना कहीं ज्यादा खतरनांक होता है।  यह लड़ाई का एक अहम हिस्सा होता है। एक बार दुश्मन देश से जुड़ा कोई अहम दस्तावेज या खुफिया जानकारी हाथ लग जाए तो उसके खिलाफ रणनीति बनाना बेहद आसान हो जाता है। और कभी-कभी तो दुश्मन कि हार का कारण भी इसी प्रकार कि खुफिया जानकारी का लीक होना ही होता है। ये काम एक महिला जासूस से बेहतर कौन कर सकता है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भी इन दिनों भारत के खिलाफ इसी हथियार का इस्तेमाल कर रही है। जिसे कहा जाता है- हनी ट्रैप।

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इस तरह हुआ खुलासा –

इन दोनों कथित पाकिस्तानी जासूसों को पड़ोसी देश की सीमा से सटे कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, ‘एटीएस को कच्छ के खावड़ा गांव के दो निवासियों पर पाकिस्तान के आईएसआई के जासूस के तौर पर काम करने का संदेह था और उन पर पिछले एक वर्ष से निगाह रखी जा रही थी।’

उन्होंने आगे बताया कि, ‘हमें सूचना मिली है कि उनके घरों की तलाशी के दौरान एटीएस ने उनके पास से एक पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।’ भारत और पाकिस्तान के मध्य बढ़ते तनाव के बीच यह गिरफ्तारी हुई है। जो एक बड़ी खबर है।

पहले भी आईएसआई के एजेंटों ने बिछाए हैं ऐसे ही जाल (soldiers Honeytrap) –

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आफको बता दें कि यह पाकिस्तान द्वारा भारत में हनीट्रैप बिछा कर जासूसी कराने का यह पहला मामला नहीं है। पहले भी पाकिस्तान ऐसा करता आया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट भारतीयों को हनीट्रैप में फंसाकर सीक्रिट सूचनाएं हासिल करने की कोशिश करते रहे हैं।

पिछले साल भटिंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात एक जवान रंजीत केके को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रंजीत कई साल से सोशल मीडिया पर दामिनी मैकनॉट नाम की एक महिला के संपर्क में था। जो दरअसल यह एक हनीट्रैप था।

पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही इस प्राकर की जासूसी की कोशिशों को देखते हुए आईटीबीपी ने अपने जवानों को फेसबुक के इस्तेमाल में सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। आईटीबीपी ने अपने जवानों को अनजान लड़कियों के फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से बचने के लिए कहा है।

कैसे करता है काम?  (soldiers Honeytrap)–  

हनी ट्रैप आधुनिक युद्ध के तरीकों का एक रुप है। हनी ट्रैप के मिशन पर निकली महिला के हाथ दोस्ती की आड़ में न सिर्फ जानकारियां हासिल करती है बल्कि कई बार अहम दस्तावेज भी लग जाते हैं। कई मामलों में महिला सिर्फ अपनी चिकनी चुपड़ी बातों का हि नहीं बल्कि जरुरत पड़ने पर अपने जिस्म का भी सहारा लेती हैं।  और अपने शिकार को ब्लैकमेल भी करती है। अगर शिकार की कोई आपत्तिजनक तस्वीर या खास बातचीत की कोई डिटेल हाथ लग जाए तो उसे उसके जरिए धमकी भी दी जाती है। बदनाम होने के डर से वो शख्स अहम से अहम राज भी आसानी से दे देता है।  कुल मिलाकर कह सकते हैं कि हनी ट्रैप एक ऐसा जाल है जिसमें फंसने के बाद कोई शख्स उनके हाथों कि कठपुतली बन जाता है।

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