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एनकाउंटर में मारे गए बेटे के शव को बाप ने लेने से किया इंकार, वजह जान आप भी हो जाएंगे हैरान

ग्रेटर नोएडा – योगी सरकार के निर्देशों के बाद यूपी पुलिस के आक्रामक तेवर देखते हुए अपराधी ताबड़तोड़ आत्मसमर्पण कर रहे हैं। नई सरकार के आने बाद से करीब 1,240 मुठभेड़ हुए, जिनमें 40 अपराधियों की मौत हो गई और 305 घायल हुए हैं। योगी सरकार में एनकाउंटर धड़ाधड़ जारी हैं और अपराधियों के हौसले पस्त हैं। मार्च 20, 2017 को शुरू हुई कार्रवाई में 14 फरवरी तक 2,956 गिरफ्तारियां हुईं है। पुलिस ने इस दौरान 147 करोड़ की कीमत के 169 संपत्तियां भी जब्त की है। यूपी डीजीपी के कार्यालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 142 इनामी अपराधियों ने राज्य के भीतर आत्मसमर्पण किया है। इसके अलावा, जमानत के बावजूद 26 अपराधियों ने जमानत लेने से इंकार कर दिया है। 71 अपराधियों ने अपने जमानत बांड रद्द कर दिये और वापस जेल में रहना ही पसंद कर रहे हैं। बदमाश संजय एनकाउंटर :

संजय के परिवार वालों ने अंतिम संस्कार करने से किया इनकार :

यानि बात साफ है कि योगी सरकार में एनकाउंटर के डर से अपराधियों में डर पैदा हो गया है। लेकिन, इसी बीच एक एनकाउंटर में मारे गए एक आपराधी को लेकर बेहद चौकाने वाली बात सामने आई है। दरअसल, सोमवार को ग्रेटर नोएडा में हुए पुलिस एनकाउंटर में मारे गए 25 हजार के ईनामी बदमाश संजय के परिवार वालों ने ही उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार करके सभी को चौका दिया है। गौरतलब है कि सोमवार देर शाम पुलिस को बदमाशों के ग्रेटर नोएडा इलाके में होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने ओमीक्रोन सेक्टर के आसपास बदमाशों की तलाश कर रही थी। इसी दौरान बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई, जिसमें संजय की मौत हो गई।

बेटे की हरकतों से काफी परेशान थे :

संजय के पिता का कहना है कि वो अपने बेटे की हरकतों से काफी परेशान थे, इसलिए वो उसका शव नहीं लेंगे और न ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे। योगी सरकार में एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पुलिस ने आधार कार्ड के जरिए उसके पिता को फोन करके संजय के मारे जाने की सूचना दी थी। पुलिस को शव लेने से इंकार करते हुए संजय के पिता ने कहा कि वो एक अपराधी था और जिसके कारण उन्होंने शव लेने और अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया।

आपको बता दें कि सोमवार को ग्रेटर नोएडा में हुए एनकाउंटर में मारे गये संजय पर 25 हजार रुपए का ईनाम था। यूपी पुलिस ने  योगी सरकार में एनकाउंटर में मारे गए संजय के बारे में बताया कि उसके ऊपर यूपी के अलावा उत्तराखंड और पंजाब में संजय पर कुल तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इसी के गैंग के बदमाशों ने 2 दिन पहले बीजेपी नेता पुष्कर प्रताप सिंह से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। इसके बाद से ही संजय और उसके गैंग से जुड़े अपराधियों की तलाश की जा रही थी।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक वर्ष से भी कम समय में 31 कुख्यात अपराधियों को मार गिराया। एक समीक्षा बैठक के दौरान बुधवार को पुलिस मुख्यालय के महानिदेशक ने यह आंकड़ा जारी किया। क्योंकि, योगी आदित्यनाथ 19 मार्च, 2017 को मुख्यमंत्री बने इसके बाद से ही योगी सरकार में एनकाउंटर ताबड़तोड़ हो रहे हैं। औसतन, 10 जनवरी से अभी तक पुलिस कर्मियों और अपराधियों के बीच करीब 920 मुठभेड़ हुई है। इस दौरान 196 अपराधी चोटिल हुए हैं।

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