स्वास्थ्य

एड्स होने की 3 वजह जिसे जानना आपके लिए है बेहद ज़रूरी

एड्स होने की वजह : बहुत से लोग एड्स से डरते है। उनके पास डरने की वजह भी है। लेकिन जहाँ डर होता है, वहां उस डर से जुडी कई गलतफहमियां भी प्रचलित हो जाती हैं। हम यहाँ उन् गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास करेंगे, और साथ ही इस सम्बन्ध में आपकी जानकारी और आत्मविश्वास को बढ़ाने की भी। आज हम आपको बताने वाले हैं वह तीन कारण जिसकी वजह से लोगों में एड्स फैलती है और यह इतनी खतरनाक बीमारी है कि लोगों की जान लेना इसके लिए आम बात है इसलिए पूरा आर्टिकल जरूर पढ़ें क्योंकि अधूरी जानकारी खतरनाक होती है ।

मिथ्या 1: आलिंगन और चुम्बन से एड्स फैलता है

एक KISS की वजह से दो मुल्कों में तनाव, दूतावास तक पहुंचा मामला

जी नहीं। यह सच नहीं है। खून,वीर्य, योनि या गुदा द्रव्य और स्तन के दूध इसके फैलने के कारण हैं। ये सच है की थूक में भी ये वायरस होता है, लेकिन इन्फेक्शन के फैलने के लिए कई बाल्टियां भर कर थूक इकठ्ठा करना पड़ेगा। और हम उम्मीद करते हैं की किसी को चुम्बन के दौरान इतने थूक का आदान-प्रदान ना करना पड़े!

लेकिन ये ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है की आपके या उस व्यक्ति के मुह में कोई ऐसा घाव नहीं हो जहाँ से खून निकल रहा हो, क्यूंकि ऐसा हुआ तो इन्फेक्शन हो सकता है।

मिथ्या 2: कई लोगों के साथ सेक्स करके आप एड्स का उपचार कर सकते हैं

किसी भी असंक्रमित व्यक्ति, बच्चे, बूढ़े, विकलांग या कई सारे लोगों के साथ सेक्स करके एड्स का इलाज नहीं हो सकता। ये बात पूरी तरह से बकवास है। इसके बारे में सोचना भी मूर्खता होगी।

मिथ्या 3: मच्छर एड्स फैलाते हैं

गलत! मच्छर आपको कई तरह के बीमारियां दे सकता है लेकिन एड्स उनमे से नहीं है। क्यूंकि जब कोई कीड़ा आपको काटता है तो वो उस व्यक्ति के वायरस आपके शरीर में नहीं डाल सकता जिसे उसने आपसे पहले काटा हो।

मिथ्या 4: आपको चाहकर भी अपनी एड्स से रक्षा नहीं कर सकते

बिलकुल कर सकते हैं! शारीरक सम्बन्ध बनाते समय कंडोम का उपयोग अवश्य करें। अपने साथी के लिए वफादारी भी एड्स से बचाव का तरीका है।

मिथ्या 5 : यदि दोनों को इन्फेक्शन हो तो कंडोम की ज़रूरत नहीं

अगर सेक्स करने वाले दोनों लोग एड्स वायरस का शिकार हैं तो भी कंडोम का उपयोग ज़रूरी है। आपको फिर से इन्फेक्शन हो सकता है, या किसी और प्रकार का वायरस आपके शरीर में अपनी जगह बना सकता है जो आपके इलाज और उम्र को मुश्किल बना सकता है।

मिथ्या 6: एड्स सिर्फ गलत काम करने से होता है

नहीं। सदियों से लोग एक से अधिक व्यक्ति से सेक्स करते रहे हैं, वैश्यवृति में लिप्त रहे हैं और ड्रग्स का प्रयोग भी करते रहे हैं। तब से जब कोई एड्स के बारे में जनता ही नहीं था।

एड्स होने का मतलब ये नहीं की आपने कुछ गलत काम ही किया हो। रक्तदान, जन्म या आपके साथी (अगर उन्हें एड्स हो तो) से आपको इन्फेक्शन हो सकता है।

मिथ्या 7 : यदि आपको एड्स है तो आपको बच्चे नहीं हो सकते

धन्यवाद उस आधुनिक मेडिकल रिसर्च को, जिसने अब ये संभव कर दिखाया है की यदि आप दोनों को एड्स है तो भी आप सावधानीपूर्व प्लानिंग और अपने मेडिकल सलाहकार की मदद से बच्चों को इस दुनिया में वायरस मुक्त ला सकते हैं।

मिथ्या 8: किसी व्यक्ति को देख कर बताया जा सकता है की उसे एड्स है

नहीं। एड्स के शिकार ज़यादातर लोग किसी भी सामान्य स्वस्थ व्यक्ति की तरह स्वस्थ ही दिखते हैं।.

और इस इन्फेक्शन के होने के करीब 10 साल बाद ही इसके पहले संकेत सामने आते हैं। और मेडिकल रिसर्च के कारण अब इस से भी ज़्यादा समय तक स्वस्थ रहना और दिखना संभव है।

इन 3 कारणों की वजह से फैलता है एड्स :-  एड्स होने की वजह –

1} संबंध – अगर कोई व्यक्ति एक ऐसे व्यक्ति के साथ संबंध बनाता है जिसे एड्स है तो यह पूरी संभावना है कि उसे भी एड्स हो जाएगा इसलिए कंडोम का इस्तेमाल बहुत जरूरी हो जाता है ।

2} शेविंग ब्लेड – किसी और का इस्तेमाल किया हुआ शेविंग ब्लेड कभी भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर वह किसी ऐसे व्यक्ति पर इस्तेमाल किया गया हो जिसे एड्स हो तो उसका संक्रमण आपके शरीर पर भी हो सकता है ।

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3} इंजेक्शन – किसी भी ऐसे इंजेक्शन का इस्तेमाल अपने शरीर पर नहीं करना चाहिए जो पहले से ही किसी और के शरीर पर इस्तेमाल किया गया हो क्योंकि अक्सर डॉक्टर पैसे बचाने के लिए ऐसा करते हैं क्योंकि अगर किसी ऐसे व्यक्ति को इंजेक्शन दिया गया हो जिसे एड्स हो तो वह संक्रमण आपके शरीर में भी आ सकता है और आपको एड्स दे सकता है ।

एड्स होने के लक्षण

लगातार तेज़ बुखार रहना, हमेशा थकान रहना और नींद आना, वजन का लगातार घटना एड्स का लक्षण हो सकता है, रात में सोते समय, पसीना आना, दस्त लगना, त्वचा पर रेशे पड़ना भी इसी ओर संकेत करता है

एड्स होने की वजह : एड्स एक तरह का संक्रामक यानी की एक से दुसरे को और दुसरे से तीसरे को होने वाली एक गंभीर बीमारी है. एड्स का पूरा नाम ‘एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम’ (acquired immune deficiency syndrome) है और यह एक तरह के विषाणु जिसका नाम HIV (Human immunodeficiency virus) है, से फैलती है. अगर किसीको HIV है तो ये जरुरी नहीं की उसको एड्स भी है. HIV वायरस की वजह से एड्स होता है अगर समय रहते वायरस का इलाज़ कर दिया गया तो एड्स होने खतरा काम हो जाता है.

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