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इस भिखारी के ठाट बाट देख कर आप भी चकरा जाएंगे, संभालता है 3 बीवियां

हमारे भारत देश में तरह तरह के नमूने भरे हुए हैं. कहते हैं जो जैसा दिखता है, जरूरी नहीं कि वह हकीक़त में वैसा ही हो. कुछ ऐसा ही मामला हाल ही हमारे सामने आया है. दरअसल, इस तस्वीर में आप जिस व्यक्ति को देख रहे हैं, वह दिखने में एक दम मामूली लग रहा है जबकि, इसकी असलियत आपके भी होश उड़ा सकती है. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पेशे से ये व्यक्ति एक भिखारी है और भीख मांग कर अपने घर का गुजारा चलाता है.

मगर आपको हम बता दें कि इस भिखारी की तीन तीन बीवियां हैं. इन तीनो बीवियों को पालने के लिए ये भिखारी एक ऐसा बिजनेस कर रहा है, जिसे जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. दरअसल, यह पूरा मामला झारखंड के छतरपुर इलाके में रहने वाले व्यक्ति का है. हालांकि तीन तीन बीवियों वाला यह आदमी पेशे से भीख मांगता है परंतु फिर भी इसकी कमाई लाखों रुपए है. अब आपके दिमाग में यह सवाल उठ रहा होगा कि भला कोई भिखारी लाखों का मालिक कैसे हो सकता है? परंतु यह बात बिल्कुल सच है. दरअसल यह भिखारी भीख मांगते मांगते ही लखपति बन गया. ऐसे में इस भिखारी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसकी भीख उसको एक दिन इतना बड़ा रुतबा दे देगी.

भीख मांग मांग कर इस व्यक्ति ने अपना अलग बिजनेस सेटल किया और अपने परिवार का भरण पोषण किया. अक्सर आपने रास्तों में या मंदिरों में बैठे भिखारियों को देखा होगा. परंतु आज हम आपको एक ऐसे भिखारी से मिलवाने जा रहे हैं जो महीने में 30 हजार रूपए से भी अधिक कमा रहा है. दरअसल झारखंड रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने वाला यह भिखारी देश के कई पढ़े-लिखे नौजवानों के बराबर है.

जहां, आज के नौजवान युवक इतना पढ़ लिख कर भी बेरोजगार फिरते नजर आते हैं वही यह भिखारी सिर्फ भीख मांग कर ही लाखों रुपए इकट्ठे कर रहा है. इस अमीर आदमी की खासियत यह है कि इसकी तीन बीवियां है और साथ ही यह सिमडेगा में अपनी बर्तन की दुकान चला रहा है. लोग इसको छोटू बारीक के नाम से जानते हैं और प्यार से छोटू लखपति भिखारी बुलाते हैं. आपको हम बताते चलें कि छोटू बारीक एक अपाहिज व्यक्ति है इसलिए वह चल फिर नहीं सकता.

गौरतलब है कि छोटू वेस्टीज मार्केट नाम की कंपनी का शेयर होल्डर है. इसलिए उनकी मीटिंग में वह जब भी जाता है तो सूट-बूट पहनकर और टाई लगाकर मीटिंग अटेंड करता है. 40 वर्ष की कम उम्र में अपाहिज होने के बावजूद इतना रुतबा और पैसा हासिल करना कोई आम बात नहीं है. छोटू भिखारी अपने साथ अपना मोबाइल भी रखता है. एक इंटरव्यू के दौरान छोटू ने बताया कि वह बिना किसी की मदद के लखपति बना है.

छोटू ने बताया कि उसने चक्रधरपुर नाम के एक छोटे गांव में जन्म लिया था. छोटू के अनुसार वह बचपन से ही विकलांग था और गरीबी के कारण उसने भीख मांगना शुरू कर दिया था. ट्रेन और बसों में भीख मांगकर गुजारा करने वाले छोटू को देखकर कोई नहीं सोच सकता कि वह एक लखपति इंसान है.

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