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ट्विटर पर फैली अफवाह “हो चुकी है जयललिता की मौत!”

चेन्नईः तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता दो हफ्ते से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। कोर्ट ने उनका हेल्थ बुलेटिन जारी करने तक का आदेश दे दिया है। अम्मा के समर्थकों को भी उनका इंतजार है। लेकिन, उनकी तबीयत को लेकर बने रहस्य के बाद सरकार के भविष्य को लेकर अनुमान लगने शुरू हो गए हैं। Rumor on Twitter Jayalalithaa death.

लोग लगा रहें है तरह तरह की अटकले –

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता का पिछले दिनों से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। कई दिनों से उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। इसके चलते सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही है। ट्विटर पर यह अफवाह भी फैल चुकी है कि जयललिता अब दुनिया में नहीं रहीं।

हालांकि प्रदेश सरकार के साथ ही जया की पार्टी एआईएडीएमके ने भी इनका खंडन किया है। पार्टी का कहना है कि जया को बीती 22 सितंबर को चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज जारी है।

बुखार और डिहाइड्रेशन की शिकायत पर जयललिता को 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें देखने के लिए ब्रिटिश डॉक्टरों को भी बुलाया गया था।

वेंटिलेटर वाली यह फर्जी फोटो हो रही वायरल –

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यह फोटो चेन्नई समेत विभिन्न शहरों में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें जया को अपोलो अस्पताल के वेंटिलेटर पर दिखाया गया है। हालांकि यह तस्वीर फर्जी है।

जयललिता के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा हुई तेज (Jayalalithaa death rumor)  –

राज्य में सियासी हलकों के बीच जयललिता के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा बढ़ गई है। अनुमानों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा दक्षिण भारतीय अभिनेता अजीत कुमार के नाम की है। पार्टी एआईएडीएमके में दावा किया जा रहा है कि जयललिता ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर अजीत कुमार को चुन लिया था।

अजीत के साथ पनीरसेल्वम के नाम की भी संभावना थी। उन्होंने भ्रष्टाचार मामले में जयललिता के सीएम पद छोड़ने पर उनका प्रभार संभाला था। लेकिन, पनीरसेल्वम के उत्तराधिकारी बनने की संभावना को बिल्कुल नकार दिया गया है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि अपने उत्तराधिकारी को लेकर जयललिता ने अपनी वसीयत में लिखा हुआ है। इसके बारे में उनके करीबियों को भी अच्छी तरह पता है।

अजित का सियासी अनुभव कम (Jayalalithaa death rumor) –

वहीं, यह भी सुना जा रहा है कि जयललिता अपने उत्तराधिकारी के तौर पर एक ऐसे शख्स को चाहती है जिसमें लोगों को आकर्षित करने का हुनर हो। ऐसे में पार्टी पनीरसेल्वम को लेकर निश्चिंत नहीं है। अजीत पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं।

हालांकि, अजीत को राजनीति का कम अनुभव होने के चलते एक और अनुमान भी लगाया जा रहा है। इसके तहत संभावना है कि कम अनुभव के चलते शुरुआत में सीएम पद की जिम्मेदारी पनीरसेल्वम को दी जाए और पद में अजीत कुर्सी संभालें। फिलहाल जयललिता की गैर मौजूदगी में उनकी सलाहकार शील बालकृष्णन कार्य संभाल रही हैं।

 

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