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बस में सफ़र कर रहे व्यक्ति की फटी पेंट, शिकायत लेकर पहुंचा पुलिस थाने

मुंबई: कहते हैं कि इंसान की सहन शक्ति जब तक उसका साथ दे, तभी तक वह जुर्म सह सकता है. ऐसे में जिस दिन उसके सबर का बाँध टूट जाए तो वह इंसान से हैवान बनने में अधिक समय नहीं लगाता. एक हिंदी कहावत के अनुसार जो व्यक्ति जुर्म सहता है, वह जुर्म करने वाले से कहीं अधिक पापी कहलाता है. ऐसे में गलत चीज़ को सहना गलत करने से भी बड़ी बुराई है. करप्शन के इस दौर में अगर इंसान सच्चे दिल से बुराई का विरोध करने की ठान ले तो उसको कोई नहीं हरा सकता.

वहीँ मुंबई से एक ऐसा ही अजीबो गरीब मामला हमारे सामने आया है. जहाँ एक शख्स की रिपोर्ट ने पुलिस को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इस युवक की तसवीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं. दरअसल, मामूली सा दिखने वाला ये शख्स एक सरकारी बस में सफ़र कर रहा था. इसी बीच उसकी पेंट फट गई. जिसके बाद वह सीधा पुलिस के पास बस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ करवाने पहुँच गया और उसने बस प्रबंधन से उचित हर्जाने की मांग रख दी.

सोशल मीडिया पर इस वायरल हो रहे इस शख्स को बहुत सारे लोग कमेंट्स करके उसका साथ दे रहे हैं. लोगों के अनुसार अगर सरकार बस का किराया पूरा गिन कर ले रही है तो ऐसे में उसमे सफ़र करने वाले यात्रिओं का ध्यान रखना बस ड्राईवर और कंडक्टर्स  के जिम्मे होना चाहिए. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि ये पूरा मामला बीते बुधवार का है. जहाँ मुंबई की सड़कों पर चल रही एक बस में सफ़र कर रहे व्यक्ति की अचानक पेंट फट गई. ज्सिके बाद वह आग बबूला हो कर थाने रिपोर्ट दर्ज़ करवाने पहुँच गया.

दरअसल, ये घटना पीएमपीएमएल की सरकारी बस का है जिसकी खराब सीटों के चलते आए दिन यात्रियों को असुविधा से गुजरना पड़ता है. इसी बीच कानून पर विश्वास रखने वाले  एक युवक की उस बस की सीट के कारण पेंट फट गई तो वह उस पेंट का हर्जाना लेने के लिए पुलिस की शरण में आ पहुंचा.  मिली जानकारी के अनुसार इस गुस्साए यात्री ने पीएमपीएल प्रशासन पर ऊँगली उठाते हुए उन्हें जुर्माना भरने की मांग रखी है.

एक रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित व्यक्ति का नाम संजय शितौले है. बीते बुधवार को वह सुबह कात्रज जाने के लिए  बिबवेवाडी स्टॉप से पीएमपीएमएल की एक सरकारी बस में  बैठ गया था. संजय ने मीडिया को बताया कि बस की लगभग सभी सीटें टूटी फूटी थी जिनकी मुरम्मत करवाना पीएमपीएल प्रशासन का फर्ज़ बनता था. संजय के अनुसार वह जसी सीट पर बैठा, वहां हाथ रखने के स्थान पर एक लोहे की रोड उबरी हुई थी. इसी रोड के चकते, जब वह बस से उतरने लगा तो उसकी पेंट अटक कर फट गई. जिसके बाद युवक ने बस ड्राईवर को कात्रज पुलिस चौंकी जाने के लिए कहा. बाकी मौजूद यात्रियों के भडकने से मजबूरन ड्राईवर को बस थाने ले जानी पड़ी. वहां पहुँच कर संजय ने उनसे अपनी पेंट के फट जाने पर भरपाई की मांग की और पीएमपीएमएल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ करवा दी.

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