विशेष

हिंदू, मुस्लिम, सिख या इसाई…किस धर्म में पैदा हो रहे हैं सबसे ज्यादा बच्चे? जानकर चौंक जाएंगे

नई दिल्ली – आकड़ों के मुताबिक, हिंदुस्तान की आबादी जल्द ही चीन से ज्यादा हो जायेगी और देश दुनिया का सबसे अधिक वाला देश बन जायेगा। देश को लेकर ऐसी रिपोर्ट कई जारी कि गई है जिससे हिन्दुस्तान के भविष्य को लेकर चिंता करने की जरुरत अभी से महसूस होने लगी है। दरअसल, कुछ समय पहले भी एक रिपोर्ट में कहा गया है वर्ष 2070 तक दुनिया में सबसे अधिक आबादी मुसलमानों की होगी। हिंदुस्तान की आबादी को लेकर अब तक जो भी रिसर्च हुए हैं, उनके मुताबिक भारत जल्द ही सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।

ऐसे में ये सवाल अक्सर उठता रहा है कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई में से किस धर्म में ज्यादा बच्चे पैदा हो रहे हैं? या किस धर्म की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है? इसी सवाल का जवाब देती हुई एक रिपोर्ट हाल ही में सामने आई है जिसमें मुताबिक भारत में महिलाओं का टोटल फर्टिलिटी रेट (TFR) कम हो गया है या हो रहा है। यानि यह देश के लिए खुशी का बात है। रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात ये है कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई सभी धर्मों में जन्म दर पिछले कुछ सालों से काफी कम हुआ है। और अगर यह ऐसे ही कम होता रहा तो भारत कि जनसंख्या आने वाले सालों में बढ़ेगी नहीं बल्कि कम होगी।

चलिए अब आकड़ों कि बात करते हैं। डेटा नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) 2015-16 के मुताबिक, 2004-05 में हिंदुओं का जन्म दर 2.8 से घटकर 2.1 हो गया है। मुस्लिमों का जन्म दर 3.4 से घटकर 2.6 हो गया है। जैन धर्म का जन्म दर 1.2  है। सिख धर्म का 1 जन्म दर 1.6 है। बौद्ध धर्म का जन्म दर 1.7 है और इसाई धर्म का 2 है। वहीं भारत का औसत कुल जन्म दर 2.2 है। यानि देश में बच्चों की संख्या में तेज़ी से कमी हो रही है।

अब वर्ग के हिसाब से जन्म दर कि बात करे तो कमजोर वर्ग में बच्चे पैदा करने की दर सबसे ज्यादा 3.2 है। एसटी का जन्म दर 2.5 एससी का 2.3 और बाकी पिछड़ी जातियों का जन्म दर 2.2 है। वहीं ऊंची जातियों का जन्म दर इनके मुकाबले 1.9 है। डेटा नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) 2015-16 के मुताबिक, वयस्क महिलाओं में कम बच्चे पैदा करने की इच्छा कम हुई है। अगर इन आकड़ों पर गौर करे तो अभी भी मुस्लिमों में बच्चे ज्यादा पैदा हो रहे हैं, जो जन्म दर पहले के मुकाबले थोड़ा कम है। भविष्य में अगर इन आकड़ों पर गौर करें तो देश के जनसंख्या विस्फोट से बच सकता है।

Back to top button