राजनीति

वायरल हुआ शहीद होने से पहले मेजर प्रफुल्ल के आखिरी संदेश का वीडियो, छिपा है दिल दहलाने वाला सच

नई दिल्ली – सोशल मीडिया इन दिनों अपनी बात चंद पलों में पूरी दुनिया के सामने रखने का जरिया बन गया है। लेकिन, कुछ लोग इस माध्यम का इस्तेमाल सिर्फ अपने फायदे और अफवाह फैलाने के लिए करते नज़र आ रहे हैं। ताजा मामला शनिवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी स्थित केरी सेक्टर में मेजर प्रफुल्ल के शहीद होने के बाद से वायरल हो रहे एक वीडियो का है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शहीद मेजर प्रफुल्ल के आखिरी पलों का बताया जा रहा है।

इस वीडियों मे आप देख सकते हैं कि कैसे कथित मेजर प्रफुल्ल घायल होने के बावजूद अपने साथियों को दुश्मनों पर हमला करने और अपनी कंपनी को भी सुरक्षित निकलने के आर्डर दे रहे हैं। लेकिन, इस वीडियो कि सच्चाई जानकर शायद आपको भरोसा नहीं होगा। आप इस वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे घायल होने के बावजूद मेजर प्रफुल्ल घायल जवानों को पहले सुरक्षित निकालने का आदेश दे रहे हैं। वीडियो में मेजर प्रफुल्ल को उनकी टीम आराम करने के लिए कह रही है, लेकिन मेजर इसके बावजूद भी अपने जवानों को दुश्मन पर जवाबी कार्रवाई करने का आदेश दे रहे हैं।

साथ ही इस वीडियो के अंत में ये भी देखा जा सकता है कि कैसे मेजर प्रफुल्ल अपने जवानों से आग जलाने के लिए भी कह रहे हैं ताकि हेलीकॉप्टर उनको देख सकें। लेकिन, आपको इस वीडियो की सच्चाई जानकर शायद यकीन न हो कि यह वीडियो फर्जी है। दरअसल, अगर आपने न्यूज पढ़ी होगी तो आपको मालूम होगा कि मेजर प्रफुल्ल शनिवार को शहीद हुए हैं, जबकि इस वीडियो को यूट्यूब पर 7 साल पहले अपलोड किया गया था।

इसके अलावा इस वीडियो के फर्जी होने का दूसरा सबूत ये है कि इसे 2017 की जनवरी में सीआरपीएफ के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट करते हुए बताया गया था कि यह वीडियो 8 जून 2009 का है।

आइये आपको ये बता देते हैं इस वीडियो से मेजर प्रफुल्ल का नाम कैसे जुड़ गया। दरअसल, कुछ दिनों पहले पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर इसी वीडियो को शेयर पोस्ट करते हुए लिखा था “Young Officers are the strength of Indian army as they lead from front.

फिर क्या था लोगों ने वी के सिंह के इस पोस्ट को मेजर प्रफुल्ल से जोड़ते हुए इस वीडियो को फैलाना शुरु कर दिया। हमारा इस पोस्ट के जरिए किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का मकसद नहीं है। हमारा मकसद तो बस लोगों को सच्चाई से अवगत कराना है।

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