स्वास्थ्य

आखिर शादी के बाद क्यों निकल आती है पुरूषों के तोंद, जानिए इसकी सही वजह

शादी के बाद व्यक्ति के जीवन में बहुत सारे व्यवहारिक फर्क आते हैं.. वैसे तो ये बात लड़कियों पर अधिक लागू होती है क्योंकि शादी के बाद उनका जीवन पूरी तरह बदल जाता है पर वास्तव में शादी का असर स्त्री और पुरूष दोनो पर समान रूप से होता है । सिंगल लाइफ जीने के बाद जब आपको पार्टनर का साथ मिलता है तो आपके व्यवहार के साथ आपके फीजिकल अपीयरेंस में भी काफी बदलाव आ जाता है। कुछ लोग पहले से कहीं अधिक स्मार्ट नजर आने लगते हैं तो वहीं कुछ लोग जल्द ही वेट गेन कर लेते हैं खासकर पुरूषों में देखा गया है कि शादी के बाद उनकी सेहत इतनी बदल जाती है कि जल्द ही उनकी तोंद निकल आती है। हाल ही में एक शोध से भी इस बात का खुलासा हुआ है कि शादी करने के बाद मर्द अक्सर मोटे हो जाते हैं .. तो चलिए आपको बताते हैं इस हेल्थ रिपोर्ट के बारे में और जानते हैं कि आखिर क्यों शादी के बाद ज्यादातर पुरूषों की तोंद निकल आती है..

सोशल साइंस एंड मेडिसिन में प्रकाशित इस शोध के अनुसार शादी करने के बाद मर्दों का वजन पहले से कहीं ज्यादा हो जाते है और खासकर बाप बनने के बाद तो ये ये समस्या कई गुना गंभीर हो जाती है। इस रिसर्च के मुताबिक, शादीशुदा मर्दों का बीएमआई (BMI) कुंवारे लोगों की तुलना में ज़्यादा हो सकता है। आमतौर पर इस बढ़े हुए बीएमआई की शुरुआती 1, 2 किलो से हो सकता है। यहां आपको बता दें कि बीएमआई यानी बॉडी मास इंडैक्स, ये बताता है कि व्यक्ति के शरीर का भार उसकी लंबाई के अनुपात में ठीक है या नहीं। दरअसल बीएमआइ को किसी व्यक्ति की लंबाई को दोगूने में उसेक शरीर के भार से भाग देकर निकाला जाता है। उदाहरण के तौर पर आम भारतीय का बीएमआई 22.1 से ज्यादा नही होना चाहिए।

इस रिसर्च में ये भी सामने आया कि पत्नी के प्रेग्नेंसी का पुरुषों के बीएमआई पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन हां बच्चा पैदा होने के शुरुआती सालों में पुरुषों में वज़न बढ़ने की संभावना काफ़ी बढ़ जाती है।

दरअसल ऐसा होने के पीछे रिसर्च में कई सारे व्यवहारिक कारण बताए गए हैं जैसे कि जो लोग सिंगल हैं और रिलेशनशिप की तलाश में हैं तो वो शादीशुदा लोगों की अपेक्षा अपनी फ़िटनेस को लेकर अधिक गंभीर होते हैं और अपनी सेहत को बेहतर बनाने के लिए से ज़्यादा मेहनत करते हैं। वहीं शादीशुदा मर्द अपनी फिटनेस पर ध्यान देना बंद कर देते हैं।

दूसरे कारण की बात करें तो ये रिसर्च उस थ्योरी का भी समर्थन करती है जिसके मुताबिक सामाजिक समारोह में सिंगल पुरुषों की तुलना में शादीशुदा कपल की भागीदारी ज्यादा बढ़ती है। ऐसे में जाहिर तौर पर शादी के बाद मर्दों का खानपान भी पहले की अपेक्षा सही हो जाता है जिसका सीधा असर उनके सेहत और वजन पर पड़ता है।  इसके अलावा शादी के बाद, पुरुषों में खाने को लेकर लापरवाही खत्म हो जाती है .. सिंगल लाइफ में जहां जैसे तैसे खा पी लेने की आदत होती है वहीं शादी के बाद घर में आपको बना बनाया खाना मिलता है जिससे आपकी खुराक पहले से कहीं अधिक बढ़ जाती है और नतीजा बढ़े हुए वजन के रूप में देखने को मिलता है।

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