अध्यात्म

महाशिवरात्रि पर पीएम मोदी ने 112 फीट ऊंची शिव की प्रतिमा का किया अनावरण….

पांच राज्यों की चुनावी व्यस्तता के बीच शुक्रवार को पीएम मोदी ने महाशिवरात्रि के मौके पर कोयंबटूर (तमिलनाडु) के ईशा योग केंद्र में आदियोगी शिव की 112 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. ईशा योग फाउंडेशन की तरफ से आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने योग के महत्व को बताते हुए कहा कि इसे करने से एकात्म की भावना आती है. योग की प्राचीन भारतीय विद्या की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकृति के संरक्षण के प्रयासों का आह्वान किया.

समारोह में बोलते हुए पीएम मोदी ने विविधता में एकता को भारतीय संस्कृति की विशेषता और मजबूती करार दिया. पीएम ने कहा, यह महाशिवरात्रि का पर्व सतर्कता की इस भावना को दर्शाता है कि हमें प्रकृति का संरक्षण करना है और अपनी गतिविधियों को इस तरह ढालना है ताकि वे पारस्थितिकीय परिवेश के अनुकूल हो सकें.

स्टील की है प्रतिमा :

इस प्रतिमा को पत्थर की जगह स्टील के टुकड़े जोड़कर तैयार किया गया है. इस प्रतिमा को सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने डिजाइन किया है. नंदी की प्रतिमा को भी तिल के बीज, हल्दी, भस्म और रेत-मिट्टी भरकर बनाया गया है. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु के मुताबिक यह प्रतिमा उन 112 मार्गों को दर्शाती है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को प्राप्त कर सकता है. प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पीएम मोदी ने दुनिया भर में चलने वाले महायोग यज्ञ का भी आगाज किया. इस यज्ञ का मकसद अगली महाशिवरात्रि तक 10 करोड़ लोगों को योग की शिक्षा देना है.

विरोध का सामना करना पड़ा पीएम को :

विभिन्न संगठनों के करीब 500 लोगों को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान उनके खिलाफ प्रदर्शन करने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने प्रतिमा के निर्माण के लिए आदिवासियों की जमीन कथित तौर पर अतिक्रमित करने के लिए ईशा योग के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और किसानों के हितों की रक्षा नहीं करने को लेकर मोदी के खिलाफ नारेबाजी भी की. द्रविड़ कड़गम, टीपीडीके, टीएमसी, एमडीएमके, वीसीके, आरवाईएफ, एसडीपीआई और फेडरेशन ऑफ तमिलनाडु फार्मर्स असोसिएशन सहित कई संगठनों के करीब 500 कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनों में हिस्सा लिया. पुलिस ने कहा कि इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.

करोड़ों लोगों ने देखा कार्यक्रम :

कोयंबटूर में आयोजित इस कार्यक्रम को 23 सैटेलाइट टेलीविजन चैनलों और अनेकों ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म्स पर 5 करोड़ से अधिक लोगों के लिए 7 भाषाओं में एक साथ टेलिकास्ट किया गया.

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